Wow: क्या बनाएं, क्या खाएं? अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से मिलेगा इसका जवाब
Advertisement
trendingNow11706074

Wow: क्या बनाएं, क्या खाएं? अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से मिलेगा इसका जवाब

Artificial Intelligence: आपको क्या खाना है, क्या पकाना है यह सोचने में अब कीमती समय नहीं गंवाना पडे़गा और रोज-रोज की उहापोह भी खत्म हो जाएगी, क्योंकि ये  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बता देगा. जानिए क्यों कहा जा रहा है ऐसा...

Wow: क्या बनाएं, क्या खाएं? अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से मिलेगा इसका जवाब

Cooking With Artificial Intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कापूरी दुनिया में तेजी से  प्रभाव पड़ रहा है. एआई इस दौर में किसी रिवॉल्यूशन से कम नहीं है. आज हर सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) का इस्तेमाल होने लगा है. इसके बढ़ते प्रभाव के साथ ही दुनिया भर में कई वैज्ञानिकों द्वारा इस पर रिसर्च भी जारी है.

टेक्नोलॉजी, एजुकेशन जैसे क्षेत्रों का तो ठीक है, लेकिन क्या कभी यह सोचा जा सकता था कि साइंटिस्ट खाने-पीने के क्षेत्र में भी इसका इस्तेमाल करने लगेंगे. अब आपके मन में भी यह सवाल तो जरूर आ रहा होगा कि आखिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से खाना कैसे बन सकता है? आइए जानते हैं कि क्या कहती हैं दिल्ली के आईआईआईटी कॉलेज (Indraprastha Institute of Information Technology) की यह रिसर्च...

रिसर्च पर काम है जारी
दरअसल, दिल्ली के आईआईआईटी कॉलेज के प्रोफेसर और रिसर्चर प्रो गणेश बागलर बीते 8 सालों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर खाने-पीने के क्षेत्र में एक रिसर्च कर रहे हैं. उन्होंने कंप्यूटेशनल गैस्ट्रोनॉमी की एक ऐसी दुनिया बना दी, जिससे आने वाले समय में कुकिंग करना बहुत ही आसान हो जाएगा. फिलहाल, यह रिसर्च चल रही है. वहीं, प्रोफेसर के मुताबिक ये रिसर्च कुकिंग की दुनिया में एक बड़ा बदलाव जरूर लाएगी.

नहीं सोचना पड़ेगा हर रोज 
जानकारी के मुताबिक प्रो गणेश बागलर बताते हैं कि उन्होंने 8 साल तक इसकी कोडिंग पर काफी रिसर्च की. विश्व के अलग-अलग व्यंजनों का डेटा इकट्ठा किया और दुनिया भर के फैमस शेफ से भी मिले. आखिरकार उन्होंने कोडिंग के जरिए ऐसा एल्गोरिदम तैयार कर लिया. इससे गृहिणियों को सबसे बड़ी समस्या दूर होगी और लोगों को रोजाना क्या नया खाना और बनाना है कि झंझट से राहत मिलेगी.

सबसे बड़ी खासियत ये होगी
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना बेहद आसान है. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से घर में मौजूद सामान से ही कोई नई डिश तैयार की जा सकेगी. प्रोफेसर गणेश ने इसका डेमो भी दिखाया. उनके मुताबिक अगर किसी के घर में खाना बनाने की केवल दो चीजें हैं और उन्हें यह पता नहीं है कि इससे क्या नया बन सकता है, तो ये सॉफ्टवेयर मदद करेगा. आपको उन्हीं चीजों से डिश बनाने के सैकड़ों ऑप्शन मिलेंगे और जो डिश एआई बताएगा वो दुनिया भर में और कहीं नहीं बनी रखी होगी.

Trending news