Post office MIS: अगर आप भी बाजार के उतार-चढ़ाव और निवेश के जोखिम से अलग सिक्योर मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपके लिए काम की खबर है. आपको ऐसी जगह निवेश का ऑप्शन चुनना चाहिए, जहां पैसा पूरी तरह सेफ हो गारंटीड रिटर्न भी मिले. आज हम आपको बता रहे हैं पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम ( Post Office MIS) के बारे में जो एक ऐसी सुपरहिट स्माल सेविंग्स स्कीम है, जिसमें सिर्फ एकबार आपको पैसा लगाना पड़ता है. MIS अकाउंट का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का होता है. यानी, इसमें पांच साल बाद से आपको गारंटीड मंथली इनकम होने लगेगी. आइए इस स्कीम की पूरी डीटेल.
MIS अकाउंट के लिए आपके पास पोस्ट ऑफिस यानी डाकघर में सेविंग्स अकाउंट होना अनिवार्य है. आपके पास आईडी प्रूफ के लिए आधार कार्ड या पासपोर्ट या वोटर कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस आदि होना जरूरी है. आपको 2 पासपोर्ट साइज के फोटोग्राफ देने होंगे. एड्रेस प्रूफ के लिए सरकार द्वारा जारी आईडी कार्ड या यूटिलिटी बिल मान्य होंगे. ये डॉक्युमेंट लेकर आप पोस्ट ऑफिस जाकर पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम का फॉर्म भरें.
आपको बता दें कि MIS अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर भी कर सकते हैं. मैच्योरिटी यानी पांच साल पूरा होने पर आप इसे आगे 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं. MIS अकाउंट में नॉमिनेशन की सुविधा है. इस स्कीम पैसा पूरी तरह सेफ होता है. सबसे अच्छी बात है कि इस पर सरकार की सॉवरेन गारंटी होती है.
अब बात करते हैं रिटर्न की तो MIS की मैच्योरिटी पांच साल होती है. हालांकि इसमें प्रीमैच्योर क्लोजर हो सकता है. हालांकि, डिपॉजिट की तारीख से एक साल पूरे होने के बाद ही आप पैसा निकाल सकते हैं. इसमें आप अगर एक साल से तीन साल के बीच में पैसा निकालते हैं, तो डिपॉजिट अमाउंट का 2% काटकर वापस किया जाएगा. हालांकि अगर आप अकाउंट खुलने के 3 साल बाद मैच्योरिटी के पहले कभी भी पैसा निकालते हैं तो आपकी जमा राशि का 1% काटकर वापस किया जाएगा.
इंडिया पोस्ट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, मंथली इनकम स्कीम पर सालाना 6.6 फीसदी ब्याज मिल रहा है. आपको बता दें कि इसका भुगतान हर महीने होता है और सबसे खास बात है कि पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में कोई भी भारतीय नागरिक निवेश कर सकता है.
इस स्कीम की खासियत है कि इसमें दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं. दरअसल, इसके नियम के अनुसार, इस अकाउंट के बदले में मिलने वाली आय को हर मेंबर को बराबर दिया जाता है. इतना ही नहीं, आप ज्वाइंट अकाउंट को कभी भी सिंगल अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं और सिंगल अकाउंट को भी ज्वाइंट अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. बस आपको अकाउंट में किसी तरह का बदलाव करने के लिए सभी अकाउंट मेंबर्स की ज्वाइंट एप्लीकेशन देनी होती है.
अगर आप भी इस स्कीम में निवेश करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि POMIS स्कीम में सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह अकाउंट खुलवाया जा सकता है. इसमें मिनिमम 1,000 रुपये के निवेश से अकाउंट खुल सकता है. साथ ही आप सिंगल अकाउंट में मैक्सिमम 4.5 लाख रुपये क निवेश कर सकते हैं, जबकि ज्वाइंट खाते में निवेश की लिमिट 9 लाख रुपये है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़