Mother Robot: गोवा के मजदूर का कमाल, दिव्यांग बेटी के लिए बनाया ऐसा रोबोट, खिलाएगा उसको खाना
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Mother Robot: गोवा के मजदूर का कमाल, दिव्यांग बेटी के लिए बनाया ऐसा रोबोट, खिलाएगा उसको खाना

Robot For Daughter: दिलचस्प बात यह है कि इस शख्स को ना तो विशेष तकनीकी ज्ञान है और ना ही उसने इसके लिए किसी से सहयोग लिया है. जब यह रोबोट बनकर तैयार हुआ तो लोग उसकी सराहना करने लगे. 

Mother Robot: गोवा के मजदूर का कमाल, दिव्यांग बेटी के लिए बनाया ऐसा रोबोट, खिलाएगा उसको खाना

Daily Worker Makes Robot in Goa: कहते हैं कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है और यह कहावत कई बार चरितार्थ होती हुई भी दिख जाती है. इसी कड़ी में गोवा के एक डेली वर्कर ने कमाल कर दिया है. उसने अपनी दिव्यांग बेटी के लिए एक ऐसा रोबोट तैयार कर दिया है जो उसकी देखभाल करेगा और उसे खाना खिलाएगा। इस शख्स ने उस रोबोट का नाम मां रोबोट रखा है.

दिव्यांग बेटी को खाना खाने में दिक्कत होती है
दरअसल, गोवा के रहने वाले इस शख्स का नाम बिपिन कदम है. कदम की पत्नी की तबीयत ठीक नहीं रहती है और उसकी बेटी दिव्यांग है जिसे खाना खाने में दिक्कत होती है. इस बात को लेकर बिपिन कदम काफी दुखी रहता था. इतना ही नहीं इस बात को लेकर खुद बिपिन कदम की पत्नी भी काफी दुखी रहती थी क्योंकि वह हमारी बेटी को खिलाने में सक्षम नहीं थी. इधर यह शख्स खुद रोज मजदूरी करता था.

पहले रोबोट का डिजाइन तैयार किया
इसी बीच उसने इंटरनेट के माध्यम से यह देखना शुरू किया कि इसका क्या विकल्प निकल सकता था. इसके बाद उसने पहले ऐसे रोबोट का डिजाइन बनाया और उस पर काम करना शुरू कर दिया. उसने ऑनलाइन माध्यमों से सॉफ्टवेयर की मूल बातें सीखीं और बिना रुके दिन में 12-12 घंटे काम किया. मजदूरी करने के बाद बचा समय उसने इसी में लगाया और रोबोट बनाने का तरीका सीख लिया.

पूरी प्रक्रिया में करीब दो साल लग गए
करीब चार महीने तक लगातार शोध और प्रयोग करने के बाद शख्स ने आख़िरकार इसे अंतिम चरण देने का काम शुरू कर दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस पूरी प्रक्रिया में करीब दो साल लग गए लेकिन अंततः उसे सफलता मिल गई. उसने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो उनकी बेटी को उसकी आवाज के निर्देश पर खाना खिलाता है. उन्होंने इसका नाम 'मां रोबोट' रखा है. 

वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा 
दिलचस्प बात यह है कि इस शख्स को ना तो विशेष तकनीकी ज्ञान है और ना ही उसने इसके लिए किसी से सहयोग लिया है. जब यह रोबोट बनकर तैयार हुआ तो लोग उसकी सराहना करने लगे. गोवा स्टेट इनोवेशन काउंसिल ने इस इन्वेंशन के लिए बिपिन की सराहना की है और उन्हें मशीन पर आगे काम करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा भी की है.

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