स्मित नीलेश मेहता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि मैं सेल्युलर ऐप्पल वॉच मॉडल की वजह से जिंदा हूं, जो मुझे अपने परिवार और दोस्तों के साथ सही समय पर बिना फोन के कनेक्ट कर दिया और मेरी जान बच गई.'
11 जुलाई 2022 को नीलेश मेहता अपने तीन दोस्तों के साथ लोनावाला के पास ट्रेक के लिए गए थे. 17 वर्षीय नीलेश वापस आ रहे थे तब उनका पैर फिसल गया. शख्स ने कहा कि वह लगभग 130-150 मीटर नीचे घाटी में फिसल गया. मैं पेड़ों के बीच अटक गया. मेरे दोस्त उसे देख नहीं पाए.'
उन्होंने कहा, 'उस दिन भारी बारिश हो रही थी. ट्रेकिंग अच्छी तरह से हुई. हम किले तक पहुंचे और तस्वीरें क्लिक कीं, और वापस जा रहे थे. लेकिन, वापस जाते समय ट्रेक के अंत में भारी बारिश के कारण मैं फिसल गया, और मैं घाटी में गिर पड़ा.'
नीलेश मेहता ने कहा, 'मैं भाग्यशाली था कि पत्थर के टूटने के बाद एक पेड़ से जाकर अटक गया, जिसने मुझे घाटी की और नीचे लुढ़कने से रोक दिया. मैं घने पत्तों में फंस गया था और मेरे दोनों टखने डिस्लोकेट गहो गए थे.' नीलेश मेहता को गंभीर चोट नहीं लगी थी, लेकिन वह पूरी तरह से होश में थे.
ट्रेक के दौरान मेहता और उनके दोस्त केवल एक बैग ले जा रहे थे और उन सभी ने अपने फोन उसमें रख दिए थे. इसलिए उसके पास उसका फोन नहीं था. लेकिन जब वह जंगल में फंसा हुआ था, तब मेहता ने पाया कि उसकी Apple वॉच अभी भी उसके Jio नेटवर्क से जुड़ी हुई थी. इसलिए उन्होंने कॉलिंग का यूज किया, जो ऐप्पल वॉच यूजर को कॉल करने की अनुमति देता है, भले ही उनके पास उनका फोन न हो. मेहता ने अपने दोस्तों और अपने परिवार को बुलाया. उन्होंने बचाव दल से संपर्क किया. उसे बचाकर लोनावाला के एक स्थानीय अस्पताल में ले गए.
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