अलगाववादी शब्बीर अहमद शाह की बेटी समा शब्बीर और सैयद अली शाह गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह उर्फ अल्ताफ फंटूश की बेटी रुवा शाह ने एक सार्वजनिक नोटिस जारी कर खुद को अलगाववादी विचारधारा से अलग कर लिया है.
जेल में बंद कश्मीर के अलगाववादी शब्बीर अहमद शाह की बेटी समा शब्बीर और पाकिस्तान समर्थक सैयद अली शाह गिलानी की पोती रुवा शाह ने खुद को अलगाववादी विचारधारा से अलग कर लिया है और भारत संघ की संप्रभुता के प्रति अपनी वफादारी का वादा किया है.
स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित एक सार्वजनिक नोटिस में, उन्होंने स्पष्ट रूप से अपने पिता की अलगाववादी विचारधारा से खुद को दूर कर लिया. कश्मीर में सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) की पूर्व टॉपर समा शब्बीर ने एक वफादार भारतीय नागरिक के रूप में अपनी स्थिति पर जोर दिया और घोषणा की कि वह किसी भी व्यक्ति या संगठन से संबद्धित नहीं हैं, जो भारत संघ की संप्रभुता का विरोध करता है.
उसने विशेष रूप से कहा, "मैं भारत की एक वफादार नागरिक हूं और मैं किसी भी तरह से डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी या इसकी विचारधारा से जुड़ी नहीं हूं." यह साहसी कदम भारत के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और अलगाववादी राजनीति से खुद को दूर करने की उनकी इच्छा को दर्शाता है. यह एक महत्वपूर्ण व्यक्तिगत पसंद है, विशेष रूप से उसके पिता के इतिहास और उनकी गिरफ्तारी और कानूनी कार्यवाही के आसपास की परिस्थितियों को देखते हुए.
अलगाववादी शब्बीर अहमद शाह की बेटी समा शब्बीर शाह सीबीएसई कक्षा 12वीं की परीक्षा में जम्मू-कश्मीर राज्य की टॉपर थीं. उन्होंने साल 2018 में सीबीएसई बोर्ड से कक्षा 12वीं में पूरे जम्मू-कश्मीर में टॉप किया था. समा शब्बीर शाह ने श्रीनगर के दिल्ली पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की है.
उन्होंने कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 97.8 प्रतिशत अंक (500 में से 489) हासिल किए थे. समा ने 12वीं में टॉप करने के बाद कहा थी कि वह आगे चलकर कानून की पढ़ाई करना चाहती हैं और अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए जज बनना चाहती हैं.
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