भारत के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को हाल ही में अर्जुन अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया है. मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोहम्मद शमी को अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा है. टखने की चोट से उबर रहे शमी सम्मान हासिल करने के लिए समारोह में मौजूद थे. उन्होंने पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप में 7 मैचों में 24 विकेट चटकाए थे और भारत को फाइनल में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. आइए एक नजर डालते हैं भारत के कुछ ऐसे स्टार क्रिकेटर्स पर जिन्होंने कभी अर्जुन अवॉर्ड का पुरस्कार नहीं जीता है.
महेंद्र सिंह धोनी आईसीसी की तीन बड़ी ट्रॉफियां जीतने वाले दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं. महेंद्र सिंह धोनी को पद्म भूषण और राजीव गांधी खेल रत्न सहित कई बड़े पुरस्कारों से नवाजा गया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि महेंद्र सिंह धोनी ने कभी अर्जुन अवॉर्ड का पुरस्कार नहीं जीता है.
धोनी की कप्तानी में भारत आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप (2007), वनडे वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब जीत चुका है. इसके अलावा भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बना था.
बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना भारत के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स (टेस्ट, वनडे और टी20 इंटरनेशनल) में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज थे. सुरेश रैना के नाम आईपीएल और टी20 इंटरनेशनल को मिलाकर 6,000 से अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है. हालांकि इसके बावजूद सुरेश रैना ने कभी अर्जुन अवॉर्ड का पुरस्कार नहीं जीता है.
1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रह चुके कृष्णमाचारी श्रीकांत ने कभी अर्जुन अवॉर्ड का पुरस्कार नहीं जीता है. कृष्णमाचारी श्रीकांत के नाम 2,062 टेस्ट रन और 4,091 वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है.
भारत के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को भी कभी अर्जुन अवॉर्ड के पुरस्कार से नहीं नवाजा गया. आशीष नेहरा का वर्ल्ड कप 2003 में यादगार बॉलिंग स्पेल (6/23) हर किसी को याद है. आशीष नेहरा ने भारत के लिए वनडे में 157, टेस्ट में 44 और टी20 इंटरनेशनल में 34 विकेट झटके हैं.
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