Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग में दोनों तरफ से घातक हथियारों से हमले किए जा रहे हैं. इजरायल के घातक हथियार दुश्मनों को धूल चटा रहे हैं. बता दें कि भारत के पास भी कई इजरायली हथियार हैं जिनका इस्तेमाल कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन में हो चुका है.
डर्बी मिसाइल
यह राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स द्वारा तैयार की गई दृश्य-सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल (बीवीआरएएएम) है. इसे कई लड़ाकू विमानों जैसे मिराज, फाल्कन, ग्रिपेन ई, एफ-16 फाइटिंग फाल्कन के साथ एकीकृत किया जा सकता है.
टेवर असॉल्ट राइफल
इजरायल द्वारा तैयार की गई ये राइफल भारत सहित कई देशों में निर्यात की जाती है. इस 5.56X45mm असॉल्ट राइफल का रखरखाव बहुत कम है और इसे किसी भी इलाके में चलाया जा सकता है. भारत ने इसे पहली बार 2006 में खरीदा था. हालांकि, अब इसे भारत में बनाया जा रहा है. यह 30-राउंड शूट कर सकती है.
फाल्कन AWACS सिस्टम्स
फाल्कन AWACS सिस्टम को आकाश में आंखें भी कहा जाता है. यह एक हवाई चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली (AWACS) है. 2020 तक भारत के पास तीन AWACS थे. ऐसी खबरें हैं कि सरकार ने लद्दाख में PLA के साथ गतिरोध के बाद दो और AWACS के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है. AWACS में रूसी इल्युशिन-76 हेवी-लिफ्ट विमान के शीर्ष पर 360 रोटोडोम लगा हुआ है.
बी-300 एंटी टैंक रॉकेट लॉन्चर
82-एमएम कैलिबर रॉकेट लॉन्चर को 1970 के दशक में इज़राइल मिलिट्री इंडस्ट्रीज (आईएमआई) द्वारा तैयार किया गया था. यह 500 मीटर की दृष्टि सीमा के साथ 8-किलो (लोड होने पर) लॉन्चर है. फायर की क्षमता 3 राउंड प्रति मिनट है. बी-300 हल्का और कॉम्पैक्ट है जो इसे पैराट्रूपर्स, नौसैनिकों और विशेष बलों के लिए उपयोगी बनाता है.
नेगेव N7
2021 में भारतीय सेना को फास्ट-ट्रैक प्रक्रिया में ऑर्डर किए गए 16,000 में से 6,000 इज़राइली नेगेव लाइट मशीन गन प्राप्त हुए. भारत के रक्षा मंत्रालय ने मार्च 2019 में एक आधुनिक अत्याधुनिक लाइट मशीन गन खरीदने की मंजूरी दी थी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद ने इसकी मंजूरी दी थी. नेगेव एन7 प्रति मिनट 600-700 राउंड की दर से फायर कर सकता है और चरम स्थितियों में, बल इसे 1,000 राउंड प्रति मिनट तक बढ़ा सकते हैं. इसकी रेंज लगभग 1 किमी है.
स्पाइक एंटी टैंक मिसाइलें
यह एक कम दूरी की सटीक-निर्देशित मिसाइल है और इसका उपयोग बहुउद्देश्यीय पैदल सेना हथियार प्रणाली के रूप में किया जा सकता है. लंबे समय से इजरायली हथियारों का उपयोगकर्ता रहे भारत ने 2019 में बालाकोट हवाई हमले के बाद इजरायली स्पाइक मीडियम रेंज एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल की आपातकालीन खरीद को चुना था. इसने 240 मिसाइलें और 12 लॉन्चर खरीदे थे.
बराक-8
भारत और इज़राइल ने मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल या बराक-8 वायु रक्षा प्रणाली विकसित की. चाहे वह दुश्मन के लड़ाकू विमान हों, हेलीकॉप्टर हों, यूएवी हों बराक-8 70 किमी की दूरी से उन्हें मार गिराने की क्षमता रखता है.
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