Jay Shah: भारतीय क्रिकेट ने पिछले कुछ सालों में काफी कुछ हासिल किया है. साल 2019 में जय शाह बीसीसीआई के सचिव बने और भारतीय क्रिकेट की काया पलट कर दी. अब वो क्रिकेट जैसे खेल के बॉस बनने वाले हैं यानि आईसीसी चेयरमैन. शाह निर्विरोध इस पद के लिए चुने गए हैं. उनके कार्यकाल की शुरुआत दिसंबर के महीने की शुरुआत से होगी. लेकिन आखिर कैसे भाजपा के नेता अमित शाह के बेटे जय शाह की किस्मत पलट गई, आईए जानते हैं उनका पूरा सफर.
जय शाह ने सचिव का पद संभालते हुए 2022 में आईपीएल मीडिया अधिकारों को पांच साल के लिए 48390 करोड़ रुपये में बेचा, यह उनका सबसे बड़ा काम रहा. उनकी नेटवर्थ करीब 124 करोड़ रुपये हैं, तमाम बिजनेस और अच्छे पद के चलते उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने में आसानी हुई. अब निश्चित तौर पर इसमें बढ़त देखने को मिल सकती है. जय शाह आईसीसी के चेयरमैन के रूप में जल्द ही घोषित होंगे.
बीसीसीआई में पहली बार जय शाह 2015 में वित्त और मार्केटिंग समिति के सदस्य बने. इसके बाद अक्टूबर 2019 में बीसीसीआई के सबसे युवा सचिव के रूप में उन्होंने पद संभाला. उन्होंने पहले अध्यक्ष सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी के साथ काम किया.
जय शाह का क्रिकेट प्रशासक बनने के सफर की शुरुआत 2009 में हुई. उन्हें अहमदाबाद में सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट के कार्यकारी सदस्य के रूप नामित किया गया. 2013 में जय शाह को गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन का संयुक्त रूप से सचिव बनाया. उन्होंने इस सफर में काफी अच्छा काम किया, जिसके दम पर उन्होंने बीसीसीआई में भी कम उम्र में एंट्री कर ली.
जय शाह ने अपनी कॉलेज फ्रेंड के साथ शादी रचाई. उनकी पत्नी का नाम ऋषिता पटेल है. ऋषिता के पापा का नाम गुणवंतभाई पटेल और वो बिजनेसमैन हैं. जय शाह ने साल 2015 में 10 फरवरी को ऋषिता के साथ शादी की थी. अब उनके परिवार में दो बेटियां भी हैं.
जय शाह का जन्म 22 सितंबर 1988 में हुआ था. उनके पिता अमित शाह भाजपा के जाने-माने नेता हैं. जय शाह ने गुजरात से अपनी एडुकेशन पूरी की और 12वीं के बाद निर्मा यूनिवर्सिटी से बीटेक भी किया.
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