Vinesh Phogat Disqualified: 2016 में टूटा पैर, 2021 के बाद हुईं बैन, अब वजन ने दिया धोखा; पिछले 3 ओलंपिक से ऐसे जूझ रहीं विनेश फोगाट
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Vinesh Phogat Disqualified: 2016 में टूटा पैर, 2021 के बाद हुईं बैन, अब वजन ने दिया धोखा; पिछले 3 ओलंपिक से ऐसे जूझ रहीं विनेश फोगाट

Vinesh Phogat Olympics Journey: विनेश फोगाट के लिए पिछले तीनों ओलंपिक उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं और तीनों बार उनका दिल टूटा है. 2016 में मैच के बीच में उनका पैर टूट गया था, 2021 में हार के बाद उन्हें बैन झेलना पड़ा था और अब उनके वजन ने धोखा दे दिया है.

Vinesh Phogat Disqualified: 2016 में टूटा पैर, 2021 के बाद हुईं बैन, अब वजन ने दिया धोखा; पिछले 3 ओलंपिक से ऐसे जूझ रहीं विनेश फोगाट

Vinesh Phogat Disqualified: रेसलर विनेश फोगाट का ओलंपिक में गोल्ड जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया है, क्योंकि ओवरवेट होने की वजह से अयोग्य घोषित हो गई हैं. इसके बाद वो 50 किलोग्राम कैटगरी में रेसलिंग का फाइनल नहीं खेल पाएंगी. बता दें कि विनेश 50 किलोग्राम की कैटेगरी में खेलती हैं, लेकिन बुधवार मैच से पहले सुबह उनका वजन करीब 100 ग्राम ज्यादा मिला, जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. विनेश फोगाट के लिए पिछले तीनों ओलंपिक उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं और तीनों बार उनका दिल टूटा है.

2016 में टूटा विनेश का पैर

विनेश फोगाट ने साल 2016 में रियो में हुए ओलंपिक में 48 किलोग्राम वेट कैटगरी में डेब्यू किया था और उन्हें मेडल का दावेदार माना जा रहा था. विनेश ने शुरुआत भी शानदार की और पहले ही मैच में टेक्निकल सुपीरियरिटी के आधार पर 11-0 से जीत दर्ज की. लेकिन, इसके बाद क्वार्टर फाइनल मुकाबले में विनेश और पूरे देश का दिल उस समय टूट गया, जब उनकी प्रतिद्वंद्वी चीन की सुन यानान उनके पैर पर गिर गईं और उन्हें भयानक चोट लग गई. इसके बाद विनेश को स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया. इस दौरान उनको रोता देखकर पूरे देश के लोगों की आंसू आ गए थे. विनेश की दाहिने घुटने में एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (ACL) फट गया था, जिसके बाद उन्हें सर्जरी करानी पड़ी और ट्रेनिंग में वापसी के लिए उन्हें पांच महीने तक रिहैब करना पड़ा.

विनेश फोगट ने सर्जरी के बाद साल 2017  वापसी की, लेकिन इस बार उन्हें नई वेट कैटेगरी 50 किलोग्राम में खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा. हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इसके बाद उन्होंने एशियाड में कुश्ती का गोल्ड भी जीता और वह यह करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. इसके बाद उन्होंने 2019 में चोट के जोखिम को कम करने के लिए 53 किलोग्राम में खेलने का फैसला किया, ताकि करियर लंबा हो सके. उन्होंने कजाकिस्तान में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीतकर टोक्यो ओलिंपिक का टिकट हासिल किया.

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2021 में हार के बाद झेलना पड़ा बैन

कोरोना की वजह से 2020 का ओलंपिक 2021 में आयोजित हुआ और 53 किलोग्राम रेसलिंग कैटगरी में विनेश फोगाट की शुरुआत खराब रही. उन्हें पहले ही मैच में बेलारूस की वेनेसा कालादजिन्सकाया ने 9-3 से हरा दिया. हार के बाद विनेश फोगाट पर फेडरेशन द्वारा दी गई जर्सी नहीं पहनने का आरोप लगाते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने बैन कर दिया. हालांकि, बाद में उनका निलंबन रद्द कर दिया गया.

2024 में वजन ने दिया धोखा

2024 के ओलंपिक में विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलने का फैसला किया और उन्होंने शानदार शुरुआत भी की. विनेश मंगलवार को लगातार 3 मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंचीं और ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर बनी. प्री क्वार्टर फाइनल में विनेश ने जापान की युई सुसाकी को अंतिम 10 सेकेंड में पटखनी देकर 5-3 से जीत हासिल की. सुसाकी पिछले ओलंपिक की चैंपियन थीं और इससे पहले एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं हारी थीं. क्वार्टर फाइनल में विनेश ने यूक्रेन की ओकसाना को 7-5 से और सेमीफाइनल में क्यूबा की गुजमैन लोपेज को 5-0 से मात दी.

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इसके बाद विनेश फोगाट का पदक पक्का हो गया था और देश को गोल्ड मेडल की उम्मीद थी. लेकिन, विनेश के साथ पूरे देश को उस समय झटका लगा, जब फाइनल से पहले सुबह उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा रहा और उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, विनेश फोगट ने मंगलवार के मुकाबलों के लिए सफलतापूर्वक वजन बढ़ाया था, लेकिन प्रतियोगिता के दोनों दिनों में उन्हें अपने वजन वर्ग में ही रहना था. सूत्रों से पता चला है कि मंगलवार रात को उनका वजन करीब 2 किलो अधिक था. पूरी रात जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग करने के बावजूद, वह आखिरी 100 ग्राम वजन कम नहीं कर पाईं. भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने फोगट से वजन मानदंड पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय मांगा, लेकिन उनकी दलीलों को अस्वीकार कर दिया गया.

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