Lost City of America: शहरों के विकास की एक प्रक्रिया होती है. लेकिन कोई शहर विलुप्त हो जाए तो क्या कहेंगे. उसकी वजह हैरान करने वाली होगी. अमेरिका का एक ऐसा ही शहर काहोकिया था जो 15वीं सदी में गुलजार हुआ करता था लेकिन 100 साल के बाद उसका अस्तित्व खत्म हो गया.
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Cahokia City News: अमेरिका के इलिनोइस में एक जगह है जिसका काहोकिया. यह शहर 14वीं सदी की शुरुआत में आबाद था. 15 हजार आबादी वाला शहर गुलजार रहा करता था लेकिन समय चक्र के थपेड़ों का इस तरह से शिकार हुआ कि हमेशा हमेशा के लिए वीरान हो गया. यहीं से सवाल उठता है कि आखिर उस शहर को किसकी नजर लगी. वीरान होने के पीछे क्या कोई प्राकृतिक वजह थी या मानवीय दखल की वजह से कहाकिओ भूतिया शहर में तब्दील हो गया. इस शहर के वीरान होने के पीछे अलग अलग वजहों को जिम्मेदार बताया गया लेकिन अभी भी रहस्य कायम है. शोधकर्ता भी पुख्ता तौर पर बर्बादी की वजह नहीं बता पाते.
अलग अलग तर्क
2021 में एक रिपोर्ट सामने आई जिसमें पहले के विचारों को खारिज किया था. पहले यह बताया गया कि वनों की कमी और जमीन के अत्यधिक इस्तेमाल से कहोकिया बंजर हो चुका था और उसकी वजह से इंसानों के लिए रहने के लिए बचा ही नहीं लेकिन बाद के रिसर्च में पाया गया कि मिट्टी के टीले पहले की तरह कायम थे. उनकी उर्वरा शक्ति में कमी नहीं आई थी. इसका अर्थ यह था कि शहर की बर्बादी के लिए पर्यावरण जिम्मेदार नहीं था. हालांकि बाद के समय में मिट्टी के कटान और उर्वरा शक्ति में कमी को ही जिम्मेदार बताया जा रहा. जानकारों के मुताबिक वास्तव में इस पर दोबारा गौर करने पर बाढ़ के सबूत नहीं दिख रहे थे. खुदाई स्थल के बगल में जो टीले थे वे निचले इलाकों में हैं और वह एक खाड़ी के करीब हैं. किसी भी स्थानीय बाढ़ के लिए यह एक प्रमुख स्थान है फिर भी पृथ्वी की परतों में बाढ़ द्वारा छोड़ी गई तलछट का कोई निशान नहीं था. यह साफ है कि काहोकिया में रहने वाले लोगों ने रक्षात्मक किलेबंदी करने के लिए बहुत सारे पेड़ काट दिए लेकिन 2021 में जियोआर्कियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित शोध से पता चला कि इससे उस तरह का कटाव और बाढ़ नहीं आई जो लोगों को उनके घरों से निकाल देगी.
अभी और शोध की जरूरत
हमें स्वचालित रूप से यह नहीं मान लेना चाहिए कि वनों की कटाई हो रही थी, या वनों की कटाई के कारण यह घटना हुई.काहोकिया विशेषज्ञों के लिए एक आकर्षक विषय बना हुआ है, 2020 में प्रकाशित एक अध्ययन में प्राचीन मानव मल का विश्लेषण करके यह सुझाव दिया गया था कि 16वीं शताब्दी में यूरोपीय निवासियों के आने से पहले ही लोगों ने पर्याप्त संख्या में काहोकिया में लौटना शुरू कर दिया था. यह संभव है कि महानगर का परित्याग वास्तव में इतने लंबे समय तक नहीं रहा. 2021 के अध्ययन के पीछे की टीम का कहना है कि इस समय हम ग्रह की देखभाल में जो गड़बड़ी कर रहे हैं, उससे अतीत के कुछ अस्पष्ट रहस्यों के लिए पारिस्थितिक विनाश के जिम्मेदार होने की कल्पना करना आसान हो जाता है लेकिन कठिन को खोजने के लिए खुदाई जारी रखना महत्वपूर्ण है वास्तव में क्या हुआ है इसके बारे में सेंट लुइस में वाशिंगटन विश्वविद्यालय के मानवविज्ञानी ट्रिस्ट्राम किडर ने कहा कि इस संभावना को खत्म करके यह हमें अन्य वजहों की तरफ ले जाता है.इसके लिए अभी और शोध की जरूरत है.