Delhi Earthquake: क्यों आता है भूकंप? कैसे मापी जाती है तीव्रता? आसान शब्दों में समझिए
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Delhi Earthquake: क्यों आता है भूकंप? कैसे मापी जाती है तीव्रता? आसान शब्दों में समझिए

Earthquake in Delhi: दिल्ली और आसपास के इलाकों में दो हफ्ते में दूसरी बार हल्के झटके महसूस किए गए. इससे पहले 29 अगस्त को अफगानिस्तान में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया था. आइए जानते हैं भूकंप क्यों आते हैं और इसकी तीव्रता कैसे मापी जाती है..

 

Delhi Earthquake: क्यों आता है भूकंप? कैसे मापी जाती है तीव्रता? आसान शब्दों में समझिए

earthquake delhi today: आज यानी 11 सितंबर की दोपहर पाकिस्तान में 5.8 की तीव्रता का भूकंप आया जिससे दिल्ली और उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में हल्के झटके महसूस किए गए. इस्लामाबाद और लाहौर में भी झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र पाकिस्तान के करोर से 25 km दक्षिण-पश्चिम में था. भूकंप की गहराई 33 km थी. उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू और कश्मीर में झटके महसूस किए गए. अफगानिस्तान भी अचानक झटकों से हिल गया. 

दिल्ली और आसपास के इलाकों में दो हफ्ते में दूसरी बार हल्के झटके महसूस किए गए. इससे पहले 29 अगस्त को अफगानिस्तान में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया था. आइए जानते हैं भूकंप क्यों आते हैं और इसकी तीव्रता कैसे मापी जाती है...

क्यों आते हैं भूकंप?

धरती के अंदर बड़ी-बड़ी प्लेटें होती हैं. ये प्लेटें हमेशा घूमती रहती हैं. जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं या खिसकती हैं, तो बहुत सारी ऊर्जा निकलती है. यह ऊर्जा धरती के अंदर से दौड़ती हुई आती है और जमीन को हिला देती है. इसी को भूकंप कहते हैं.

कैसे मापी जाती है तीव्रता?

भूकंप आने पर वैज्ञानिक यह जानने के लिए कि धरती कितनी जोर से हिली और कब हिली, एक खास मशीन का इस्तेमाल करते हैं. इस मशीन को सिस्मोग्राफ कहते हैं. सिस्मोग्राफ धरती के कंपन को रिकॉर्ड करता है और इस रिकॉर्ड को सिस्मोग्राम कहते हैं. सिस्मोग्राम को देखकर वैज्ञानिक भूकंप की तीव्रता और समय के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं.

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