आंखों की बज जाती है बैंड, बस चुटकियों में यूं दूर होगी सारी थकान
Reetika Singh
Jan 21, 2025
आंखों की थकान (Eye Fatigue)
आजकल के डिजिटल लाइफस्टाइल में हम कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टैबलेट पर अपने काम या मनोरंजन के लिए निर्भर हो गए हैं. इसके कारण लगभग हर किसी को आंखों की थकावट की समस्या होने लगी है.
डिजिटल आंखों का तनाव (Digital Eye Strain)
इन डिवाइसों के कारण हमें आंखों में दबाव, असहजता, धुंधली दृष्टि, सिरदर्द और आंखों में सूखापन हो सकता है. कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टैबलेट, से आ रही नीली रोशनी के कारण मायोपिया (नजदीली दृष्टि) और डिजिटल आंखों के तनाव का खतरा बढ़ सकता है.
आंखों की स्वास्थ्य के लिए जीवनशैली में बदलाव
आंखों की थकावट एक बढ़ती चिंता बन गई है. लेकिन लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर हम इसके प्रभाव को कम कर सकते हैं.
अच्छी नींद
आंखों की ताजगी के लिए अच्छी नींद बेहद जरूरी है. पर्याप्त नींद से आंखों और दिमाग को आराम महसूस होता है. देर रात मोबाइल देखने से आपको थकवट और आंखों की सेहत पर असर पड़ सकता है.
स्क्रीन टाइम ब्रेक
लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करना भी आंखों की थकावट का कारण है. ऐसे में समय-समय पर स्क्रीन ब्रेक लेना फायदेमंद साबित हो सकता है.
पलकें झपकाना
पलकें झपकाने से आपकी आंखों में नमी बनी रहती है. लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन का इस्तेमाल करने से आप पलकों को कम झपकाते हैं, जिससे आखों पर तनाव और सूखापन को कम करता है.
रोशनी को अनुकूलित करें
आपके आसपास की रोशनी आंखों की सेहत पर असर डालता है. पढ़ते-लिखते या कम करते वक्त अनुकूल रोशनी के साथ ही करें.
आंखों की दवाइयां
इस स्थिति में आप गैर-प्रिस्क्रिप्शन कृत्रिम आंसू का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो आंखों के सूखेपन को रोकने और उसे आराम देने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. हालांकि इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए.
Disclaimer
इस खबर में बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. किसी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.