आखिर कहां गायब हो जाता है चंद्रमा? जानिए अमावस्या के पीछे का साइंस

Zee News Desk
Jan 21, 2025

वैदिक पंचांग के अनुसार अमावस्या का सनातन घर्म में काफी महत्व है. इस रात को आसमान में चांद दिखाई नहीं देता.

आज हम इसके पीछे का विज्ञान जानेंगे कि अमावस्या होती क्यों है? और आखिर चंद्रमा कहां चला जाता है?

यह एक भौगोलिक घटना है. चंद्रमा पृथ्वी का एक प्राकृतिक उपग्रह है, जो लगातार पृथ्वी के चारों ओर घूम रहा है.

जब यह पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है तो सूर्य की रोशनी चांद के उस हिस्से पर पड़ती है जो पृथ्वी से दिखाई नहीं देता.

क्योंकि चांद एक उपग्रह है उसमें अपनी रोशनी नहीं होती, वह सूर्य की रोशनी में ही चमकता है अवामस्या को ही चांद की परछाई पृथ्वी पर पड़ती है.

लेकिन पृथ्वी के जिस हिस्से पर चांद की परछाई पड़ती है, सिर्फ वहीं से पूर्ण सूर्य ग्रहण की घटना को देखा जा सकता है और यह हर अमावस्या को नहीं होता है.

भौगोलिक घटना के साथ- साथ अमावस्या का धार्मिक महत्व भी है. इस दिन श्राद्धालु गंगा नदी के तट पर पहुंचकर स्नान, दान और पूजा अर्चना करते हैं.

अमावस्या के दिन स्नान के बाद पिंडदान, तर्पण और पितरों का श्राद्ध आदि का कार्य भी किया जाता है. ऐसा करने से पूर्वजों का आशिर्वाद प्राप्त होता है और पितृ दोष से मुक्ति भी मिलती है.

Disclaimer:

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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