दिल्ली के पालिका बाजार का क्या है इतिहास? कौन है इसका मालिक
Alkesh Kushwaha
May 13, 2024
मार्केटिंग के लिए बेस्ट
दिल्ली का पालिका बाजार अक्सर दुकानदारों और कस्टमर्स से भरा हुआ नजर आता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इसका क्या इतिहास है.
पालिका बाजार का मालिक
पालिका बाजार 1980 के दशक में बना था. यह बाजार नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) का है.
किसने बनवाया था पालिका बाजार?
रिपोर्ट्स के अनुसार, 1975 में इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस नेता संजय गांधी ने इसे बनवाने को सोचा था.
कब बनकर तैयार हुआ था पालिका बाजार?
हालांकि पहले से ही कनॉट प्लेस, जनपथ, मोहन सिंह प्लेस, शंकर मार्केट और सुपर बाजार जैसे बाजार मौजूद थे, 1978 के अंत में पालिका बाजार बनकर तैयार हो गया था.
दुकानों का किराया
एनडीएमसी ही दुकानों का किराया वसूलता है. पालिका बाजार दिल्ली का पहला भूमिगत बाजार है.
किस वजह है पॉपुलर
यह बाजार, अपनी सस्ती और अच्छी गुणवत्ता वाली चीजों के लिए जाना जाता है.
क्या मिल जाएंगे
यहां आप कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक्स, हस्तशिल्प और भी बहुत कुछ खरीद सकते हैं.
खाने-पीने के लिए भी
पालिका बाजार में कई खाने-पीने की दुकानें भी हैं, जहां आप विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं.
कहां बनाया गया था पालिका बाजार?
इस बाजार को बनाने के लिए, 34 साल पुराने थिएटर कम्युनिकेशंस बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया गया था. यह 4.3 एकड़ जमीन पर बनाया गया था. जब यह बना था, तब इसमें 306 दुकानें थीं.
कितनी लागत आई थी पालिका बाजार के निर्माण में?
बताया जाता है कि पालिका बाजार को बनवाने के लिए उस समय निर्माण में 2 लाख रुपये से अधिक की लागत आई थी.