Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की फिलहाल जेल में मुश्किलें बढ़तीं जा रहीं. तोशाखाना केस में इमरान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर एक और एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
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Toshakhana Case: पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. पाकिस्तानी सेना की शान में कसीदे पढ़ना फिलहाल उनके काम नहीं आया है. भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी के खिलाफ मंगलवार को तोशाखाना भ्रष्टाचार का एक नया मामला दर्ज किया. यह तोशाखाना का तीसरा मामला है, जिसमें पहला मामला पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग द्वारा खान के खिलाफ दायर किया गया था, जबकि दूसरा मामला राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) द्वारा 71 वर्षीय खान और 50 वर्षीय बीबी दोनों के खिलाफ दायर किया गया था.
तोशाहाना भ्रष्टाचार का नया मामला एनएबी की जांच पर आधारित है, जो देश के कोषागार से आभूषण की खरीद में नियमों के उल्लंघन से संबंधित है. इस कोषागार में उन सभी उपहारों को रखा जाता है, जो विदेश यात्राओं के दौरान शीर्ष राजनीतिक पदाधिकारियों को दिए जाते हैं. एनएबी की ओर से अधिकारियों मोहसिन हारून और वकार हसन ने मामले के दस्तावेज यहां एक जवाबदेही अदालत को जमा किए. इससे पहले, एनएबी ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में इस मामले में खान और उनकी पत्नी से पूछताछ की थी. पद पर रहते हुए विदेशी मेहमानों से प्राप्त उपहारों के कथित दुरुपयोग के लिए उन पर जांच चल रही है.
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एनएबी के आरोपों के अनुसार दंपति पर तोशाखाना से 7.5 करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण खरीदने और नियमों का उल्लंघन करते हुए इन्हें बेचने का आरोप है. खान को पांच अगस्त, 2023 को दोषी करार दिया गया था और उसके बाद गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बाद में उनकी सजा निलंबित कर दी गई और उन्हें जमानत दे दी गई. दूसरे मामले में, इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत ने 31 जनवरी को दंपति को मामूली कीमत चुकाने के बाद तोशाखाना से महंगे आभूषण रखने के मामले में दोषी ठहराया था. हालांकि, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने अप्रैल में उनकी सजा को निलंबित कर दिया था.
इसी माह रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा था कि पाकिस्तान की भौगोलिक स्थिति और निजी क्षेत्र में सेना की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, इस तरह के रिश्ते को बढ़ावा न देना मूर्खता होगी. उन्होंने सुर बदलते हुए कहा था कि हमें अपने सैनिकों और सशस्त्र बलों पर गर्व है. इमरान ने इस पर सफाई दी कि सत्ता से हटाए जाने के बाद से उनकी आलोचना पाकिस्तान की सेना के लिए नहीं थी.
उन्होंने कहा था कि सैन्य नेतृत्व के गलत आकलन को पूरी संस्था के खिलाफ नहीं माना जाना चाहिए.