जानें कब है पद्मिनी एकादशी, पूजन से कुंवारियों का विवाह होगा और निर्धन को मिलेगा धन

पद्मिनी एकादशी श्रावण महीने में शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन मनाई जाती है. पद्मिनी एकादशी को श्रावण महीने की एकादशियों में सबसे शुभ माना जाता है. और माना जाता है कि जो लोग इस दिन व्रत रखते हैं उन्हें मनचाहा फल मिलता है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 28, 2023, 10:47 AM IST
  • व्रत शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करता है.
  • दो शुभ संयोग का मिलन ब्रह्म , इंद्र.
जानें कब है पद्मिनी एकादशी, पूजन से कुंवारियों का विवाह होगा और निर्धन को मिलेगा धन

नई दिल्ली: "पद्मिनी" नाम कमल के फूल से आया है, जो पवित्रता और सुंदरता का प्रतीक है.  यह व्रत रानी पद्मिनी ने भगवान विष्णु  से पुत्र प्राप्ति की कामना के लिए रखा था. उसी दिन से यह व्रत लोगों मे प्रचलित हो गया. इस दिन विष्णु जी के भक्त व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु के साथ – साथ देवी लक्ष्मी की भी पूजा करते हैं, जो धन और समृद्धि की देवी हैं.  पद्मिनी एकादशी भगवान विष्णु से आर्शीवाद पाने का दिन है. यह व्रत शरीर, मन और आत्मा को शुद्ध करने और परमात्मा से जुड़ने के लिए किया जाता है, साथ ही परिवार की शांति, समृद्धि और खुशी के लिए पूजा की जाती है.

पद्मिनी एकादशी 2023 शुभ समय - 
श्रावण अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 28 जुलाई दोपहर 02:51 बजे से शुरू हो जाएगी. वही तिथि की समाप्ति 29 जुलाई को दोपहर 01:05 बजे पर होगी. श्रावण अधिक मास पद्मिनी एकादशी का व्रत 29 जुलाई 2023, शनिवार के दिन रखना शुभ माना जाएगा. इस दिन दो शुभ संयोग का मिलन विष्णु जी के भक्त की मनोकामना पूरी करेगा.

व्रत करने की विधि -

1. सुबह स्नान करके साफ पीले रंग के कपड़े पहनें. पीला रंग विष्णु जी का प्रिय है. 
2. अपने माथे पर चंदन या हल्दी का तिलक  भी लगाएं.
3. पूजा करने के लिए घर के मंदिर मे चौकी लगाकर साफ पीला वस्त्र बिछाएं.
4. भगवान विष्णु की तस्वीर या मूर्ति कों फूलों से सजायें. 
5. धूप , दीप  जलाकर भगवान विष्णु का ध्यान करें.
6. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय  मंत्र का 108 बार जाप करें.
7.  भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत प्रिय है , बूंदी या बेसन के लड्डू के भोग लगाये.
8. शाम को भोग के प्रसाद बच्चो मे बांट दें.

पद्मिनी एकादशी करने के लाभ - 

1. यह व्रत रखने से शरीर, मन और आत्मा की शुद्धि होती है, जिससे चिंता, डर, तनाव से छुटकारा मिलता है.

2. यह व्रत परिवार की सुख , शांति, समृद्धि और खुशहाली के लिए शुभ माना जाता है.

3.यह व्रत पापों  से मुक्ति दिलाकर मोक्ष की प्राप्ति कराता है.

4. आपका वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं चल रहा है, तो इस व्रत को रखने से शांति की प्राप्ति होगी.

5. कुंवारी लड़किया शादी होने में आ रही रूकावटों को कम करने के लिए भी यह व्रत रख सकती हैं. 

6. अगर घर में पैसे नहीं जुड़ रहे तो इस दिन पीले कपड़े में एक का सिक्का बांधकर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए अपने गुल्लक मे रख दें.

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.

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