Do and Dont in nuclear attack: पिछले साल के अंत में द मिरर यूएस की रिपोर्ट के अनुसार, संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (FEMA) ने विशेष रूप से यूक्रेन में चल रहे युद्ध और मध्य पूर्व में संघर्षों के कारण बढ़ते वैश्विक तनाव के बीच परमाणु हमले से बचने के लिए एक गाइड जारी की है. गाइड में इस तथ्य पर जोर दिया गया है कि परमाणु विस्फोट के बाद लोगों के पास सुरक्षा की तलाश करने के लिए केवल 15 मिनट का समय मिल सकता है.
मिरर यूएस ने बताया कि FEMA ने वास्तव में जीवित रहने के लिए तीन महत्वपूर्ण कदम बताए हैं: अंदर जाओ, अंदर रहो और सतर्क रहो
परमाणु विस्फोट की स्थिति में, व्यक्तियों को तुरंत एक मजबूत इमारत में शरण लेनी चाहिए जो एक तहखाना या केंद्रीय कमरा हो सकता है और खिड़कियों से दूर हो. उन्हें कम से कम 24 घंटे तक घर के अंदर रहना चाहिए जब तक कि अधिकारियों द्वारा अन्यथा निर्देश न दिया जाए और इस दौरान बाहरी जोखिम से बचना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि फॉलआउट अत्यधिक रेडियोधर्मी और खतरनाक हो सकता है.
FEMA ने यह भी चेतावनी दी है कि परमाणु विस्फोट न केवल विस्फोट से बल्कि उसके बाद होने वाले फॉलआउट और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स (EMP) प्रभावों से भी महत्वपूर्ण विनाश का कारण बन सकता है. वैसे तो यह उपाय अमेरिकी नागरिकों के लिए थे, तो ऐसे में अब आपको जानना चाहिए कि अगर परमाणु हमला हुआ तो आप कैसे बचेंगे?
बंकर ही एक मात्र सेफ उपाय?
बंकर में एटमी हमले से खुद को बचाया जा सकता है, लेकिन उदाहरण के तौर पर देखें तो ब्रिटेन में सेना और सरकार के अधिकारी हमले के दौरान बंकर में छिप सकते हैं और अपनी जान बचा सकते हैं, लेकिन नागरिकों की सुरक्षा का क्या?
तो ऐसे में फिलहाल नागरिक सुरक्षा के लिए जागरूक करने का काम किया जा रहा है. बता दें कि हमला में रेडिएशन से बचना बेहद जरूरी और इसके लिए घरों के अंदर ही रहें. हालांकि, जहां अटैक होगा, वहां कोई अंदर हो या बाहर असर तो होगा कि लेकिन खुद लंबे समय तक अंदर बंद रखकर बचाव संभव है.
कुल मिलाकर हमले के दौरान लोगों को शिक्षित करना सबसे महत्वपूर्ण है. वैसे तो दुनिया में करीब 15 हजार एटमी हथियार हैं. रूस और अमरीका के पास सबसे ज्यादा, लेकिन इनका कभी इस्तेमाल होगा, इसकी संभावना कम है.
सरकारें बुनियादी तैयारियों पर ध्यान दे सकती हैं. जैसे ब्रिटेन में साइरन सिस्टम काम करते हैं. हालांकि, जानकारों का कहना है कि जब परमाणु हमला होता है कि सारी तैयारी तुरंत और बिलकुल प्रभावशाली नहीं हो सकती, क्योंकि उस स्थिति में हमले की मार ज्यादा तेज होगी.