'बदल गया है युद्ध का स्वरूप' जानें CDS चौहान ने किस बात पर दिया जोर?

CDS अनिल चौहान सोमवार को नई दिल्ली में सशस्त्र बलों से संबंधित वित्तीय मामलों में सामंजस्य और तालमेल बढ़ाने पर शीर्ष स्तरीय सम्मेलन में बोल रहे थे. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 5, 2024, 11:29 PM IST
  • सीडीएस चौहान ने दी जानकारी.
  • कहा- बदलाव को अपनाने की जरूरत.
'बदल गया है युद्ध का स्वरूप' जानें CDS चौहान ने किस बात पर दिया जोर?

दिल्ली. पूरी में युद्ध की प्रकृति और स्वरूप में तेजी से बदलाव हो रहे हैं. इन बदलावों के कारण वित्तीय प्रक्रियाओं में भी बदलाव की जरूरत है. इस मामले पर CDS जनरल अनिल चौहान का कहना है कि जियो-पॉलिटिकल गतिशीलता और तकनीकी प्रगति से प्रेरित युद्ध की प्रकृति और स्‍वरूप में तेजी से बदलाव हो रहे हैं. इसके कारण वित्तीय प्रक्रियाओं में बदलाव को अपनाने की आवश्यकता है.

किस मुद्दे पर बोल रहे थे CDS
CDS सोमवार को नई दिल्ली में सशस्त्र बलों से संबंधित वित्तीय मामलों में सामंजस्य और तालमेल बढ़ाने पर शीर्ष स्तरीय सम्मेलन में बोल रहे थे. CDS ने कहा कि इस तरह के बदलावों से एक गैर-रेखीय और गैर-पूर्वानुमानित क्रमिक विकास आया है. चौहान ने सभी हितधारकों से राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में मिलकर काम करते हुए भारत के रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए एकजुटता और तालमेल के साथ काम करने का आह्वान किया, जो विकसित भारत का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है.

इस सम्मेलन में सेना मुख्यालयों के उप प्रमुखों के साथ-साथ सेना मुख्यालयों, तटरक्षक मुख्यालय, रक्षा मंत्रालय अधिग्रहण, रक्षा मंत्रालय वित्त, सीजीडीए और सभी प्रमुख एकीकृत वित्तीय सलाहकारों के सीनियर ऑफिसर. सम्मेलन का संचालन आईडीएस मुख्यालय द्वारा किया गया और इसमें सभी वित्तीय सिद्धांतों का पालन करते हुए रक्षा खरीद में दक्षता में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया.

एकीकृत रक्षा स्टाफ (पीपी एंड एफडी) के उप प्रमुख वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन ने रक्षा खरीद की पेचीदगियों को सामने लाकर चर्चाओं की गति निर्धारित की. वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) सुगाता घोष दस्तीदार ने विदेशी निर्भरता को कम करने और रक्षा में अनुसंधान और विकास के लिए शिक्षाविदों के साथ अधिक सहयोग सुनिश्चित करते हुए आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने पर जोर दिया. सम्मेलन में सभी हितधारकों ने अपने विचार रखे और सामंजस्य और तालमेल बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया.

ये भी पढ़ेंः Explainer: क्या है Waqf Board, कितनी संपत्ति का मालिक और क्या हैं अधिकार? आसान भाषा में समझें पूरी बात

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़