न्यूयॉर्क: ये कोरोना(CoronaVirus) जो दिन न दिखाए. इसको तलाश करने के लिए अमेरिका(America) की एक यूनिवर्सिटी के गंदे नालों का पानी खंगाला गया. जिसके बाद आखिरकार सफलता मिल ही गई.
सीवेज के पानी से कोरोना संक्रमण का पता चला
अमेरिका की एरिजोना विश्वविद्यालय (University of Arizona) ने कोरोना को ढूंढ़ निकालने की अलग ही तरकीब खोज निकाली है, जिसमें सीवेज के गंदे पानी की टेस्टिंग के दम पर कोरोना वायरस का पता लगाया गया है. एरिजोना विश्वविद्यालय ने इसके लिए छात्रों के एक हॉस्टल को चुना और उस हॉस्टल से निकलने वाले सीवेज की लगातार टेस्टिंग (Wastewater Testing) की.
हॉस्टल के छात्रों के बीच कोरोना संक्रमण की तलाश
इस दौरान टीम को उस सीवेज में कोरोना वायरस की मौजूदगी का पता चला, जिसके बाद हॉस्टल में रह रहे सभी छात्रों की टेस्टिंग कराई गई. इस टेस्टिंग के बाद दोनों ऐसे छात्रों की पहचान कर ली गई, जो कोरोना से संक्रमित तो थे, लेकिन उनके अंदर किसी तरह के लक्षण नहीं थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना संक्रमण को पकड़ने की ये विधि काफी कारगर साबित हो सकती है.
311 छात्रों में से 2 छात्र थे संक्रमित
एरिजोना विश्वविद्यालय के इस कैंपस में 311 छात्र रहते हैं. कैंपस से प्रेसीडेन्ट रॉबर्ट रॉबिंस (Robert Robbins) ने कहा, 'हमनें 311 छात्रों के टेस्ट किए, जो डोरमेट्री में रहते हैं. हमनें इन सभी का एंटीजेन टेस्ट किया. जिसमें से दो छात्र कोरोना संक्रमित मिले. हमने उनके सभी संपर्कों को ट्रेस किया, और उन्हें आइसोलेशन में भेज दिया.'
अमेरिका में कोरोना संक्रमण भयानक
गौरतलब है कि इस समय कोरोना महामारी के चलते अमेरिका में 1 लाख 80 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. अमेरिका के कैलिफोर्निया (California), फ्लोरिडा (Florida) और टेक्सास (Texas) में कोरोना का संक्रमण काफी ज्यादा है.
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