Aloe Vera Barbadensis Miller: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला में ऑर्गेनिक तरीके से अमेरिकन प्रजाति की उन्नत किस्म की ऐलोवरा बारबाडेंसिस मिलर उगाई जा रही है, जिससे कैंसर, HIV जैसी कई बीमारियों में फायदा मिलेगा.
Trending Photos
अरविंदर सिंह/हमीरपुर: बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के साथ-साथ सतत विकास हासिल करने के लिए नवाचारों और स्टार्टअप के लिए एक अनुकूल और अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के उद्देश्य से स्टार्टअप इंडिया भारत सरकार की प्रमुख पहल है. इसी के तहत हमीरपुर जिले के गलोड़ क्षेत्र के एक युवा सुनील कुमार कौशल ने नौकरी छोड़ एलोवेरा पर स्टार्टअप इंडिया प्रोजेक्ट से नाम कमाया है.
इको फ्रेंडली एलोवेरा आधारित उद्योग को सुनील कुमार ने गलोड़ क्षेत्र में ही स्थापित किया है. सुनील एक युवा उद्योगपति होने के साथ ही एक प्रगतिशील किसान भी हैं. सुनील ऑर्गेनिक तरीके से अमेरिकन प्रजाति की उन्नत किस्म की ऐलोवरा बारबाडेंसिस मिलर उगा रहे हैं. साथ ही इसके 18 तरह के उत्पाद तैयार कर रहे हैं. इन उत्पादों की डिमांड अब विदेश से भी आने लगी है. दुबई के साथ ही कई अन्य देशों से ऑर्गेनिक तरीक से तैयार एलोवेरा के प्रोडक्ट की डिमांड सुनील कौशल के उद्यम रुद्रा हर्ब को मिली है.
बता दें, कौशल के इस स्टार्टअप को साल 2019 में मंजूरी मिल गई थी. सुनील साल 2014 से ही इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए रिसर्च में जुटे थे. उन्होंने यह काम 2016 से गुजरात, दिल्ली और पंजाब में शुरू कर दिया था. अब सुनील ने हमीरपुर जिले के गलोड़ क्षेत्र में इस एलोवेरा से 18 तरह के उत्पाद तैयार करने के लिए उद्योग शुरू कर दिया है. लगभग एक करोड़ की लागत वाली विदेशों से मंगाई गई मशीनरी इस उद्योग में लगाई गई है. यह प्रोजेक्ट सीएसआईआर आईएचबीटी पालमपुर में स्टार्टअप इंडिया प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश उद्योग विभाग और मिनिस्ट्री ऑफ आयुष इंडिया के सहयोग से तैयार किया है.
ये भी पढ़ें- हिमाचल में घूमेगी Modi सरकार की गारंटी वाली गाड़ी, अनुराग ठाकुर ने किया रवाना
सुनील कौशल ने बताया कि उन्होंने लक्ष्य रखा है कि मिलावटी और कैमिकल युक्त खाद्य पदार्थों की वजह से किसी की मौत ना हो, इसके लिए उन्होंने ऑर्गेनिक एलोवेरा जूस तैयार करने का निर्णय लिया है ताकि इसके इस्तेमाल से सेहत में सुधार किया जा सके. कौशल ने कहा कि जब पिता की मौत अचानक हुई तो वह सेहत को लेकर चितिंत हुए. पहले उन्होंने एलोवेरा की उन्नत किस्म की खेती से हेल्थ जूस तैयार करना शुरू किया और बाद में उद्यम स्थापित कर अब 18 तरह के इसके प्रोडक्ट तैयार कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस उद्यम का एकमात्र लक्ष्य लोगों को एक बेहतर उत्पाद उपलब्ध कराना है ताकि उनकी सेहत में सुधार हो सके. सुनील ने बताया कि वह ऑर्गेनिक तरीके से अमेरिकन प्रजाति की उन्नत किस्म की एलोवेरा बारबाडेंसिस मिलर उगा रहे हैं और इसके 18 तरह के उत्पाद तैयार कर रहे हैं. इन उत्पादों की डिमांड अब विदेशों में भी बढ़ने लगी है. दुबई के साथ ही कई अन्य देशों से ऑर्गेनिक तरीके से तैयार एलोवेरा के प्रोडक्ट की डिमांड सुनील कौशल के उद्यम रूद्रा हर्ब को मिली है.
ये भी पढ़ें- राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शिमला से विकसित भारत संकल्प यात्रा का किया शुभारंभ
एलोवेरा बारबाडेन्सिस मिलर किस्म की प्रजाति को तैयार करके किसान एक कनाल में 2 से 3 लाख की कमाई कर सकते हैं. एक दफा पौधा लगाने के बाद उसे दस साल तक नहीं उखाड़ा जाएगा, बल्कि उसकी पत्तियों को बेचकर किसान हर साल मुनाफा कमा सकता हैं. हमीरपुर जिले में 50 एकड़ भूमि में 31 किसानों के साथ मिलकर वह एलोवेरा की इस किस्म को पैदा कर रहे हैं.
सुनील कुमार अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा बन गए हैं, जिन्होंने अपना उद्योग स्थापित करने का सपना देखा हैं. सुनील कौशल कंपनी के माध्यम से किसानों को जोड़ रहे हैं और उन्हें खेती के पौधे उपलब्ध करवा रहे है. यह कंपनी खुद इन पौधों की देखभाल और निगरानी रखती है और बाद में तैयार पौधों को खरीदती भी है, जिसका मुनाफा किसान को दिया जाता है. एलोवेरा की इस खेती के दो तरीके सुनील कौशल ने अपने उद्यम के लिए तय किए हैं. एक तरीके में किसान खेतों में एलोवेरा उगा रहे हैं.
इस एलोवेरा के उत्पादों के इस्तेमाल से लगभग हर बीमारी यहां तक की कैंसर और एचआईवी तक के मरीजों को राहत मिलती है. मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने में यह रामबाण इलाज है. एलोवेरा को आयुर्वेद, ऐलोपेथी और होम्योपैथी के साथ अन्य इलाज की पद्धतियों में उपयोगी माना गया है. विशेषज्ञों के मुताबिक, इन उत्पादों के प्रयोग से हार्ट की ब्लॉकेज और पेट से जुड़ी समस्याओं को जड़ से खत्म किया जा सकता है.
WATCH LIVE TV