Gandhi Jayanti के मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और सीएम सुक्खू ने कही जरूरी बात
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Gandhi Jayanti के मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और सीएम सुक्खू ने कही जरूरी बात

Gandhi Jayanti 2023: देशभर में आज गांधी जयंती मनाई जा रही है. इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश में भी गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई. इस खास मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राष्ट्रपिता गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के योगदान को याद किया.  

Gandhi Jayanti के मौके पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और सीएम सुक्खू ने कही जरूरी बात

समीक्षा कुमारी/शिमला: पूरा देश आज भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मना रहा है. इस खास अवसर पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर स्थित प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और देश की आजादी में दोनों के योगदान को याद किया.

राज्यपाल ने लाल बहादुर शास्त्री के आदर्शों को अपनाने के लिए कहा 
इस मौके पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि महात्मा गांधी ने अपना जीवन हमेशा दूसरों के लिए जिया और वे हमेशा पूरे देश को साथ लेकर चले. राज्यपाल ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जीवन को सभी के लिए आदर्श बताते हुए उनके दिखाए मार्ग का अनुसरण करने की आवश्यकता पर बल दिया, साथ ही उनके दिखाए रास्ते पर चलने की भी बात कही.  

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महात्मा गांधी को लेकर सीएम सुक्खू ने क्या कहा
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने पूरे विश्व को अहिंसा का संदेश दिया और

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देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को लेकर सीएम सुक्खू ने कही यह बात 
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देश के दूसरे प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के देश निर्माण में दिए गए योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने ही देश को 'जय जवान और जय किसान' का नारा दिया था. उन्होंने कहा कि आज उसी का परिणाम है कि देश अन्न उत्पादन के मामले में किसी दूसरे देश पर निर्भर ना होकर आत्मनिर्भर बना है. बता दें, लाल बहादुर शास्त्री की मौत रहस्यमयी तरीके से हुई, जिसका आज तक किसी को पता नहीं चल पाया है. 

 

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