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Electricity in Himachal Pradesh: अभी जहां हाल ही के दिनों में निचले हिमाचल को मौसम की मार ने किसानों-बागवानों की कमर तोड़ कर रख दी है, तो वहीं आंधी-तूफान ने आमोख़ास को भी कई जख्म दिए हैं. वहीं अगर बात इस क्षेत्र के बिजली विभाग की करें, तो महज चंद घंटों में ही मौसम ने बिजली विभाग को भी करोड़ों का चूना लगा दिया है.
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हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रसिटी बोर्ड उत्तरी क्षेत्र धर्मशाला से संचालित होने वाले चंबा, ऊना और कांगड़ा की बात करें, तो महज एक रात के अंतराल में ही बिजली विभाग को पौने दो करोड़ रुपये की चपत लग चुकी है, जिसमें सबसे ज्यादा कांगड़ा जिला प्रभावित हुआ है. कांगड़ा में बिजली विभाग को करीब 68 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. जिसकी भरपाई करने में बिजली विभाग के ख़जाने में अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है.
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वहीं, चंबा के डल्हौजी सर्कल में करीब 22 लाख, तो ऊना में दस से 12 लाख रुपये की चपत लगी है. इसमें चंबा सर्कल में और भी ज्यादा नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. यानी कुल मिलाकर इन तीनों जिलों में करीब पौने दो करोड़ रुपये का नुकसान विभाग को झेलना पड़ गया है.
बिजली विभाग के उत्तरी क्षेत्र के मुख्य अभियंता अजय गौतम की मानें तो इस आंधी तूफान में सबसे ज्यादा नुकसान कांगड़ा के शाहपुर, धर्मशाला और पालमपुर क्षेत्र में सामने आया है. उन्होंने कहा कि बीती रात को आए तूफान में शाहपुर की 33 केवी लाइन भी डैमेज हो गई थी, जिसे बिजली विभाग के कर्मचारियों ने रात्रि पैट्रोलिंग करने उसे दूरुस्त किया है, गौतम ने कहा कि इस घटना में उनके विभाग से संबंधित शाहपुर डिविजन के एसडीओ भी घायल हुए हैं.
साथ ही कहा कि इस दौरान उनके कर्मचारियों ने रात-दिन फील्ड में रहकर काम किया. ताकि कहीं भी बिजली स्पलाई बाधित न हो फिर भी कांगड़ा में अभी तक दो ट्रांसफार्मर ठप पड़े हैं. जबकि चंबा में ये संख्या और भी अधिक है, चंबा में अभी भी 85 के करीब ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं. जहां विभाग कड़ी मशक्कत कर रहा है.