Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी के गृह क्षेत्र घुमारवी में आईटीआई का नहीं है अपना कोई सरकारी भवन. निजी भवन में चल रही एक नहीं बल्कि दो-दो आईटीआई.
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Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी के अपने गृह क्षेत्र घुमारवीं में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) किराये के भवन में चल रही है. यही नहीं निजी भवन में एक नहीं बल्कि दो-दो आईटीआई चलाई जा रही है, जिससे जगह कम होने के चलते कईं ट्रेड शुरू नहीं हो पाए हैं.
जी हां घुमारवीं से विधायक राजेश धर्मानी वर्तमान कांग्रेस सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री हैं और इससे पहले भाजपा सरकार में घुमारवीं से ही विधायक रहे राजेंद्र गर्ग खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे हैं. ऐसे में घुमारवीं को दो-दो मंत्री मिलने के बावजूद वर्ष 2011 से शुरू हुए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान घुमारवीं को आजतक अपना भवन नहीं मिल पाया है.
वहीं हैरत की बात यह है कि स्टेट ऑफ द आर्ट आईटीआई घुमारवीं में है. ऐसे में दो-दो आईटीआई एक ही निजी भवन में चल रही है. वहीं, इन दोनों आईटीआई में कुल पांच ट्रेड है, जिसमें आईटीआई घुमारवीं में इलेक्ट्रीशियन, मकैनिक इलेक्ट्रॉनिक, रेफ्रिजरेटर एंड एयर कंडीशनर और फाइबर टू होम शामिल है. जबकि स्टेट ऑफ द आर्ट आईटीआई में पलम्बर का ट्रेड चल रहा है.
वहीं, इन सभी ट्रेडस में 100 से अधिक छात्र व एक छात्रा प्रशिक्षण ग्रहण कर रही हैं. आपको बता दें, कि राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) घुमारवीं पिछले करीब तेरह साल से किराए के भवन में चल रही है व किराए के तौर पर हर माह हजारों रुपये अदा किए जा रहे हैं और ऐसे में जितना पैसा तेरह साल में किराए के तौर पर अदा किया जा चुका है. उतने में तो शायद आईटीआई का अपना भवन बन जाता.
वहीं, आज तक आईटीआई भवन के लिए जमीन ढूंढने के काम अधिकारियों द्वारा किया जा रहा. मौजूदा समय में आईटीआई के लिए 12 कमरे किराए पर लिए गए हैं. वर्ष 2011 में घुमारवीं क्षेत्र के युवाओं को आईटीआई की सौगात मिली थी जबकि स्टेट ऑफ द आर्ट आईटीआई भी घुमारवीं को मिला है. ऐसे में दोनों ही आईटीआई निजी भवन में किराए पर चल रही है. वहीं, किराए के भवन में पार्किंग जैसी सुविधा मौजूद नहीं है और ना ही प्रशिक्षुओं को खेलने के लिए मैदान की कोई सुविधा है.
आईटीआई घुमारवीं व स्टेट ऑफ द आर्ट आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि आईटीआई का अपना सरकारी भवन होना चाहिए. ताकि जगह की कमी के चलते जो ट्रेड छूट गए हैं उन्हें भी शुरू किया जा सके और छात्रों को नजदीक ही आईटीआई की सुविधा मिल सके. वहीं, हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी का कहना है कि आईटीआई भवन निर्माण के लिए भूमि चयन प्रक्रिया जारी है और जैसे ही भूमि उपलब्ध होगी आईटीआई भवन का निर्माण कर दिया जाएगा.
साथ ही राजेश धर्मानी ने कहा कि घुमारवीं क्षेत्र में किसी परियोजना को लाना हो तो भूमि की कमी देखने को मिलती है. फिर भी उनका प्रयास है कि जैसे ही आईटीआई घुमारवीं के लिए जमीन मिल जाएगी तो भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर