Una News: हरोली विधानसभा के अंतर्गत एक निजी उद्योग से 90 मजदूरों को बिना नोटिस के नौकरी से निकाल दिया गया. मजदूरों ने आज ऊना में जिला परिषद सदस्य कमल सैनी व अन्य समाजसेवियों के साथ श्रम विभाग कार्यालय तक एकत्रित होकर अपनी समस्या को लेकर प्रदर्शन किया.
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Una News: ऊना जिले के हरोली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एक निजी उद्योग में कार्यरत करीब 90 मजदूरों को बिना नोटिस के नौकरी से निकाले जाने का मामला सामने आया है. मजदूरों ने आरोप लगाया कि उन्हें श्रम कानूनों के अनुसार वेतन नहीं दिया जा रहा. मजदूरों ने श्रम विभाग पहुंचकर विरोध जताया. कंपनी की ओर से कोई भी अधिकारी बातचीत के लिए नहीं आया, मजदूरों ने नौकरी पर वापस लेने की अपील की. जिला परिषद सदस्य और अन्य सामाजिक संगठन एकजुट होकर श्रमिकों की आवाज उठाने लगे.
इन मजदूरों की माताओं ने बताया कि कंपनी ने बिना नोटिस के उन्हें काम से निकाल दिया है. उन्हें जो वेतन दिया जा रहा है वह बहुत कम है जबकि श्रम कानून के अनुसार उन्हें 12 हजार रुपये वेतन मिलना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है.
इन मजदूरों की मानें तो जनवरी माह में 15 दिन काम करने के बाद उन्हें 15 दिन का वेतन दिया गया जबकि दिसंबर माह का वेतन अभी तक नहीं दिया गया है. मजदूरों को वापस काम पर लेने के लिए उद्योग विभाग, श्रम विभाग व फैक्टरी मजदूरों के बीच वार्ता हुई लेकिन वह भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है.
इन लोगों की मानें तो उन्हें श्रम विभाग में आज सुबह 11:00 बजे का समय दिया गया था लेकिन अभी तक कंपनी का कोई प्रतिनिधि यहां नहीं पहुंचा है. इन लोगों ने जिला प्रशासन से इन मजदूरों को वापस काम पर लेने की गुहार लगाई है.
उन्होंने मांग की है कि उन्हें यहां से जाने दिया जाए और श्रम कानूनों के अनुसार उन्हें मिलने वाला वेतन भी दिया जाए. इन मजदूरों के अनुसार उनकी आजीविका इसी फैक्ट्री पर निर्भर थी, फैक्ट्री में मिलने वाले वेतन से ही उनके घर का खर्च चलता था और अगर उन्हें फैक्ट्री में काम नहीं मिला तो उनके लिए घर चलाना मुश्किल हो जाएगा.