Himachal Pradesh: ऊना में एक निजी हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान युवक की मौत हो गई, जिसके बाद परिजन शव को अस्पताल के बाहर रखकर डॉक्टर की गिरफ्तार की मांग कर रहे हैं. परिजनों और प्रशासन के बीच हुई वार्तालाप में उचित मुआवजा ना मिलने की बात कही गई है.
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राकेश मल्ही/ऊना: हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में काफी समय से लंबा जाम लगा हुआ है. ऊना के प्रमुख चंडीगढ़ धर्मशाला हाईवे के अलावा बीच-बीच में गढ़शंकर संतोषगढ़ और अन्य क्षेत्रों को जाने वाले रोड को बंद किया गया. वजह एक निजी क्लीनिक के डॉक्टर की गिरफ्तारी. दरअसल विदेश से लौटे 40 साल के युवक की एक निजी अस्पताल में नाक के ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई, जिसका मोहाली के एक निजी हॉस्पिटल से आए डॉक्टर द्वारा माइनर ऑपरेशन किया गया था. युवक की मौत के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने मृतक युवक के शव को घर ले जाने से इंकार कर दिया और शव को हॉस्पिटल के बाहर चंडीगढ़ धर्मशाला हाईवे पर रख विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
लगातार हो रही डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग
बता दें, परिजन शुक्रवार दोपहर से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. यही नहीं प्रदर्शन के दौरान गुस्साए लोगों ने हाईवे के अलावा गढ़शंकर , संतोषगढ़ टाहलीवाल समेत अन्य कई प्रमुख स्थानों को जाने वाले जिले के रास्तों को भी बंद कर दिया. हालांकि प्रशासन द्वारा समझाए जाने के बाद इनमें से कुछ रास्तों को खोल दिया गया, लेकिन अभी भी हाईवे के अलावा कुछ अन्य रास्ते लगातार पिछले 24 घंटे से जाम हैं. गुस्साए परिजन और ग्रामीण युवक की मौत के लिए निजी अस्पताल के डॉक्टर को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और उसकी गिरफ्तारी तक युवक का अंतिम संस्कार ना किए जाने की बात कह रहे हैं.
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परिजन कर रहे सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग
परिजनों का कहना है कि मृतक युवक उनका इकलौता बेटा था, और तो और वही अपने चाचा के परिवार का भी एकमात्र सहारा था. मृतक के परिवार में अब उसकी पत्नी के अलावा 6 साल का एक बेटा है. युवक के जाने के बाद उनके परिवार का गुजारा चलाने वाला अब कोई नहीं हैं. ऐसे में परिजन लगातार मांग कर रहे हैं कि उन्हें मुआवजे के रूप में एक करोड़ रुपये के साथ-साथ मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए. परिजनों द्वारा की गई मुआवजे की मांग को लेकर हुई वार्तालाप के बीच रास्ते से गुजर रहे डीसी ऊना की गाड़ी का परिजनों और ग्रामीणों द्वारा घेराब किया गया. इस दौरान माहौल भी काफी तनावपूर्ण हो गया. परिजन और ग्रामीण प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट करने लगे, जिसके बाद मौके पर पुलिस की टीमों को तैनात किया गया.
एसपी ऊना अजित सेन ने कही ये बात
एसपी ऊना अजित सेन ने मौके पर पहुंचकर इस स्थिति को संभाला. उन्होंने परिजनों को इस मामले में संभव सहायता किए जाने का भरोसा दिलाया. उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मृतक के परिजन और प्रशासन के बीच बातचीत हो रही है. इस मामले में पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कर मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है जो हॉस्पिटल में कागजों और अन्य चीजों की जांच करेगा. इसके साथ ही डॉक्टर को पकड़ने के लिए टीमें दबिश दे रही हैं.
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एसपी ऊना ने रूट डाइवर्ट करने की कही बात
एसपी ने कहा कि परिजनों द्वारा बच्चे की पढ़ाई, पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है, लेकिन इतनी जल्दी सरकारी नौकरी देने का प्रावधान नहीं है इसलिए फिलहाल प्रशासन की ओर से इनको हर संभव सहायता किए जाने का भरोसा दे रहा है. मुआवजे को लेकर प्रशासन और परिजनों के बीच वार्तालाप चल रही है. पुलिस द्वारा जिले में बंद रास्तों के मामले को लेकर उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह अपने रूट को थोड़ा डाइवर्ट करें. पुलिस इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है.
हॉस्पिटल के संचालक डॉ. कोमल मलिक ने कही ये बात
वही हॉस्पिटल के संचालक डॉ. कोमल मलिक ने अपना एक वीडियो जारी कर इस पूरे हादसे पर दुख प्रकट किया है. उन्होंने कहा है कि डॉक्टर द्वारा मरीज का सफल ऑपरेशन किया गया था, लेकिन कुछ कारणों की वजह से युवक की मौत हो गई, जिसका उन्हें खेद है. उन्होंने कहा कि वह परिजनों के साथ खड़े हैं. उन्होंने मुआवजे को लेकर कहा है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है. कोर्ट जो मुआवजा तय करेगा उसको हर हाल में दिया जाएगा.
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