क्या है बसंत पंचमी की खासियत? जानें महत्व, मां सरस्वती की पूजा विधि और भोग
Raj Rani
Feb 01, 2025
बसंत पंचमी माघ माह की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. इस दिन को मां सरस्वती की पूजा का विशेष दिन माना जाता है.
मां सरस्वती ज्ञान, संगीत, कला और विद्या की देवी हैं. आइए जानते हैं बसंत पंचमी के बारे में खास बातें
पूजा की तैयारी
बसंत पंचमी पर पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नान करें और फिर पीले वस्त्र पहनें. इसके बाद पूजा स्थल को स्वच्छ करें और वहां मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर रखें.
पूजा विधि
मां सरस्वतीकी पूजा दीपक जलाकर शुरू करें और "ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें. इस मंत्र से ज्ञान और विद्या की प्राप्ति होती है.
भोग और प्रसाद
मां सरस्वती को केसर युक्त खीर, मालपुआ और मिठाई का भोग अर्पित करें. इस दिन पीले रंग की वस्तुएं अर्पित करना विशेष रूप से शुभ होता है.
दान का महत्व
बसंत पंचमी पर दान का बहुत महत्व है. पीले वस्त्र, हल्दी, चने की दाल और मिठाई का दान करें. यह पुण्य का कार्य माना जाता है.
पतंगबाजी का उत्सव
उत्तर भारत में पतंगबाजी का आयोजन भी इस दिन का एक प्रमुख आकर्षण है. लोग रंग-बिरंगी पतंगों को आसमान में उड़ाते हैं और इस दिन को हर्ष और उल्लास से मनाते हैं.
बसंत पंचमी का संदेश
बसंत पंचमी हमें ज्ञान की प्राप्ति, सकारात्मकता और नई शुरुआत का संदेश देती है. यह दिन हमें जीवन में आगे बढ़ने और सफलता पाने की प्रेरणा देता है.
परिवार के साथ पूजा
बसंत पंचमी को परिवार के साथ मिलकर पूजा करना चाहिए. इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और सभी सदस्य एक दूसरे के साथ सकारात्मक ऊर्जा का आदान-प्रदान करते हैं.
Disclaimer
यह लेख सामान्य मानयताओं पर आधारित है. ZeePHH इसकी पुष्टि नहीं करता है.