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Asaduddin Owaisi on INS Vikrant: पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पहला स्वदेशी विमान वाहक आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) और भारतीय नौसेना के नए झंडे को शुक्रवार के दिन लॉन्च किया. आपको बता दें कि भारत के पहले एयरक्राफ्ट कैरियर का नाम 'विक्रांत' ही था. ये वही जहाज़ था जिसने 1971 की जंग के दौरान भारत की ओर बढ़ रही पाकिस्तानी पनडुब्बी 'गाजी' को रोक दिया था.
देशभर में हो रही चर्चा वाला एयरक्राफ्ट कैरियर पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बना है. उम्मीद है कि ये नया विक्रांत भी पुराने जहाज़ की तरह भारत की बड़ी ताक़त होगा
जहां हर तरफ इसे लेकर चर्चा है वहीं दूसरी तरफ AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इसे लेकर पीएम मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साधा है साथ ही उनसे कुछ जवाब भी मांगे है. ओवैसी ने कहा, "जब INS विक्रांत लॉन्च किया गया, हमें यह भी सोचना होगा कि हमें तीसरे वाहक विमान की भी ज़रूरत है लेकिन पीएम मोदी अनुमति नहीं दे रहे हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रधानमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है और उनके पास पैसा नहीं है. हमें 200 जहाज़ों की ज़रूरत है, लेकिन केवल 130 ही उपलब्ध है. मुझे यह भी उम्मीद है कि यह आईएनएस विक्रांत पीएम मोदी को चीन के बारे में बोलने का साहस देगा, जिसने हमारे क्षेत्र के 10 गांवों पर कब्ज़ा कर लिया है. उम्मीद है कि INS उन्हें संसद में चीन का नाम लेने के लिए पर्याप्त ताकत देगा."
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भाजपा तेलंगाना के आधिकारिक प्रवक्ता एनवी सुभाष ने ओवैसी के किए गए सवालों पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा, "इस खास मौके पर देश की सराहना करने के बजाय ओवैसी नकारात्मकता फैलाने का अपना सामान्य व्यवहार कायम रखे हुए हैं. वह सुरक्षा विश्लेषक नहीं हैं और उन्हें अपनी राजनीतिक मुद्रा छोड़ देनी चाहिए और एक बार ओवैसी को देश की सफलता पर खुशी मनानी चाहिए. ओवैसी को 'वर्तमान तथ्यों की जांच' करके ही कुछ बोलना चाहिए. ओवैसी भड़काने वाले और झूठे बयान दे रहे हैं जैसे कि 10 क्षेत्रों में चीन का कब्जा है और मोदी सरकार इस तरह के कृत्यों पर प्रतिक्रिया नहीं दे रही है". सुभाष आगे यह भी आरोप लगाते हैं कि, "AIMIM और उसके नेता 'धर्म के नाम पर दूसरों को भड़काने वाली मानसिकता और दूसरों को भड़काने वाली मानसिकता से हमेशा नीचे रहते हैं और क्या नहीं''
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