Maulana Firoz Alam: गाजीपुर के मौलाना फिरोज आलम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. उनके रिहा होते ही फिर से उन्हें जेल भेज दिया गया है. आइये जानते हैं पूरा मामला
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Maulana Firoz Alam: रिहाई का जश्न मनाने के आरोप में मौलाना को फिर जेल भेजा गा है. उनके साथ 18 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल मौलान फिरोज आलम धर्म परिवर्तन के आरोप में तीन साल तक जेल में थे. जब वब बाहर आए और उनके लोगों ने जश्न मनाया तो उन्हें फिर से जेल में डाल दिया गया.
यूपी के फ़तेहपुर जिले में तीन साल से जेल में बंद मौलाना फ़िरोज़ आलम को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद जश्न मनाना भारी पड़ गया. जब मौलाना जेल से बाहर आए तो उनके सैकड़ों समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से इस्तकबाल किया. बस यही करना उनके लिए मुसीबत का बायस बन गया.
नारेबाजी के खिलाफ एक स्थानीय शख्स के जरिए शिकायत दर्ज कराई गई. जिसके बाद मौलाना को उनके 19 समर्थकों के साथ जेल भेज दिया गया. मौलाना धर्मांतरण के आरोप में जेल में हैं, उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है.
दरअसल जैसे ही मौलाना फ़तेहपुर जिले के ग़ाज़ीपुर कस्बे में अपने घर पहुंचे, तो वहां सैकड़ों लोग जमा हो गए. बड़ी तादाद में मर्दों, महिलाओं और नौजवानों ने उनका जोरदार स्वागत किया और नारे लगाए. आरोप के मुताबिक, भड़काऊ नारे लगाए गए और जिससे दूसरे समुदाय की भावनाएं आहत हुईं. जिसके बाद एक शख्स ने उनके खिलाफ मामला दर्ज करा दिया.
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मौलाना फिरोज आलम समेत 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इन लोगों को शांति भंग करने के आरोप में जेल भेजा गया है. फ़तेहपुर के ग़ाज़ीपुर कस्बे में फिलहाल हालात संजीदा बने हुए हैं, लेकिन पुलिस बल तैनात कर शांति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मौलाना फिरोज आलम नेपाल का नागरिक है और गाजीपुर शहर की एक बड़ी मस्जिद में इमाम था. मौलाना को 2021 में अपनी पहचान छिपाकर पासपोर्ट बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और उनके खिलाफ धर्म परिवर्तन का मामला भी दर्ज किया गया था.
इलाहाबाद हाई कोर्ट से मौलाना को जमानत मिल गई थी और शुक्रवार को उसे जेल से रिहा कर दिया गया था. उनके जेल से रिहा होने के बाद ग़ाज़ीपुर कस्बे में आतिशबाजी और नारेबाजी के साथ जश्न मनाया गया था. स्थानीय लोगों की शिकायत पर उन्हें दोबारा जेल भेज दिया गया है.