Adani Enterprises News: हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप को बड़ा झटका लगा है. अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोंस ने अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज को बड़ा झटका दिया है.
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Adani-Hindenburg Saga News: हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप को एक और बड़ा झटका लगा है. न्यूयॉर्क के शेयर बाजार डाउ जोंस ने अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज को बड़ा झटका देते हुए S&P Dow Jones Indices से हटाने का फैसला किया है. शेयर बाजार की तरफ से जारी नोट के अनुसार Adani Enterprises को Dow Jones सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से हटाया जाएगा. अडानी एंटरप्राइजेज को लेकर यह कार्रवाई स्टॉक में हेरफेर और अकाउंटिंग फ्रॉड के आरोंपों के विश्लेषण के बाद की गई है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद हुआ फैसला
इससे पहले अडानी ग्रुप की तरफ से अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ (FPO) रद्द करने का फैसला किया था. इसके बाद न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज की तरफ से यह निर्णय लिया गया. अडानी ग्रुप ने एफपीओ (FPO) को रद्द करने का यह बड़ा फैसला हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद किया था. इस फैसले के बाद अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा था कि असाधारण परिस्थितियों के कारण कंपनी के निदेशक मंडल ने फैसला किया है कि एफपीओ पर आगे बढ़ना नैतिक रूप से ठीक नहीं होगा.
7 फरवरी से प्रभावी होगा फैसला
गौतम अडानी ने अपने बयान में कहा था कि निवेशकों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है और उन्हें किसी तरह के संभावित नुकसान से बचाने के लिए निदेशक मंडल ने एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया है. यूएस मार्केट की तरफ से लिया गया यह निर्णय 7 फरवरी से प्रभावी होगा. अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में पिछले कुछ दिन से भारी गिरावट चल रही है. गुरुवार के कारोबारी सत्र के दौरान एनएसई पर कंपनी का शेयर 3442 रुपये से 55 प्रतिशत का गोता लगाते हुए 1,565 रुपये के स्तर तक गिर गया. शुक्रवार को भी यह शेयर 25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1174 रुपये के करीब पहुंच गया है.
दूसरी तरफ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने भी अडानी ग्रुप पर बड़ा फैसला लिया है. एनएसई (NSE) ने 3 फरवरी, 2023 की ट्रेडिंग के लिए फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) पर रोक लगा दी है. ग्रुप की तीन कंपनियों को पहले ही सर्विलांस पर रखा गया है. इस कदम के बाद एनएसई की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि कंपनियों के शेयर की निगरानी होगी. इस कदम के पीछे शेयरों में होने वाले भारी उतार-चढ़ाव को रोकने का मकसद है.
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