GDP: इसके साथ, पूरे वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच गई है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत थी.
Trending Photos
GDP In India: देश की जीडीपी को लेकर राहत भरी खबर आई है. देश की जीडीपी के आंकड़े सामने आ गए हैं और ये आंकड़े काफी बेहतर बताए जा रहे हैं. साथ ही भारत चीन से भी आगे निकल चुका है और बेहतर वृद्धि दिखाई है. इसके साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आती हुई दिखाई दे रही है. जीडीपी के आंकड़े भी काफी बेहतर सामने आए हैं.
जीडीपी
देश की आर्थिक वृद्धि दर बीते वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 6.1 प्रतिशत रही है. इसके साथ, पूरे वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच गई है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत थी. जीडीपी वृद्धि दर 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में चार प्रतिशत रही थी.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय
आंकड़ों के अनुसार, पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही. इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में यह 9.1 प्रतिशत थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने दूसरे अग्रिम अनुमान में देश की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने की संभावना जताई थी. सकल घरेलू उत्पाद देश की सीमा के भीतर उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य को बताता है. चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2023 की पहली तिमाही में 4.5 प्रतिशत रही थी.
अर्थव्यवस्था
आईसीआरए की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि भारत सरकार अपने FY2023 के राजकोषीय घाटे को 17.3 ट्रिलियन रुपये पर सीमित करने में सक्षम थी. अनुमानित राजस्व प्राप्तियों से अधिक और राजस्व व्यय में एक छोटा सा अंडरशूटिंग, विनिवेश मिस और अपेक्षा से अधिक स्वस्थ कैपेक्स है.
जरूर पढ़ें:
सिर्फ रजिस्ट्री कराने से नहीं बनते प्रॉपर्टी के मालिक, ये एक गलतफहमी अभी कर लें दूर | NSE ने निवेशकों को चेताया, यहां निवेश करने वाले हो जाएंगे 'कंगाल'; आज ही निकाल लें पैसा |