प्याज के दाम: प्याज की कीमत में नरमी लाने के मकसद से सरकार ने दिसंबर में निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी. इसके बाद रेट में करीब 67 प्रतिशत तक की गिरावट आई गई. अब केंद्र सरकार के मंत्रियों की बैठक में इसके निर्यात पर लगी रोक को हटा दिया गया है.
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Onion Export Ban Lift: केंद्र सरकार की तरफ से प्याज के निर्यात पर लगी पाबंदी हटाएं जाने के कुछ ही घंटों बाद कीमत में तेजी आने लगी है. नासिक की लासलगांव मंडी में प्याज का रेट 40 प्रतिशत तक बढ़ गया है. हालांकि केंद्र सरकार ने निर्यात से प्रतिबंध हटाने को लेकर किसी तरह का औपचारिक ऐलान नहीं किया है. लेकिन राज्य मंत्री और नासिक ग्रामीण से सांसद भारती पवार ने बताया कि प्याज के निर्यात पर पाबंदी को हटाने का फैसला केंद्रीय मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुई मंत्रियों की बैठक में लिया गया. प्याज की कीमत में तेजी का असर खुदरा बाजार पर भी दिखाई देने लगा है.
2,100 रुपये प्रति क्विंटल तक बिकी प्याज
मीडिया में निर्यात से पाबंदी हटाने की खबर के बाद लासलगांव में प्याज की औसत कीमत शनिवार को 1,280 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 1,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गई. सोमवार को मंडी में करीब 10000 क्विंटल प्याज की नीलामी की गई. इस दौरान न्यूनतम थोक मूल्य 1000 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जबकि प्याज का अधिकतम थोक मूल्य 2,100 रुपये प्रति क्विंटल तक गया. एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमिटी (APMC) के एक अधिकारी ने बताया कि प्याज निर्यातकों ने विदेशी बाजार में बिक्री करने के लिए प्याज की खरीद शुरू कर दी है.
कीमत में क्यों आई तेजी?
प्याज की बढ़ती कीमत पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से दिसंबर में निर्यात पर पाबंदी लगाई गई थी. अब सरकार ने इस प्रतिबंध को हटाने के फैसला किया है. लेकिन इसको लेकर औपचारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है. लेकिन केंद्रीय मंत्री भारती पवार ने इससे जुड़ी जानकारी दी. इस खबर का असर देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव में कीमत को लेकर पड़ा. निर्यात पर लगी पाबंदी हटने के बाद निर्यातकों ने प्याज की खरीदारी शुरू कर दी है. जिसका असर बाजार में कीमत को लेकर देखा जा रहा है.
क्यों लगाई थी पाबंदी
चुनावी साल में घरेलू बाजार के अंदर प्याज की कीमत रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचने के बाद सरकार ने कीमत नीचे लाने के लिए प्याज के एक्सपोर्ट पर पाबंदी लगा दी थी. सरकार का यह फैसला 7 दिसंबर से लेकर 31 मार्च 2024 तक के लिए प्रभावी था. इसके बाद प्याज की खुदरा और थोक कीमत में गिरावट आई है. अब सरकार ने 31 दिसंबर 2024 की डेडलाइन से पहले ही निर्यात पर लगे बैन को हटा लिया है.
क्यों हटाई पाबंदी
प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगाए जाने के बाद प्याज उत्पादकों और प्याज व्यापारियों ने इस फैसले पर नाराजगी जताई थी. उनका कहना था कि सरकार के इस कदम से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है. किसानों का कहना था कि वे उत्पादन लागत भी नहीं निकाल पा रहे. कुछ लोग निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाने का कारण लोकसभा चुनाव भी मान रहे हैं.