लंबे इतंजार के बाद Paytm को बड़ी राहत, पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड में निवेश के लिए सरकार से मिली मंजूरी
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लंबे इतंजार के बाद Paytm को बड़ी राहत, पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड में निवेश के लिए सरकार से मिली मंजूरी

  रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कार्रवाई के बाद से पेटीएम की मुश्किल बढ़ती चली गई. हाल ही में पेटीएम ने अपना टिकटिंग बिजनेस जोमैटो के हाथों बेच दिया. अब लंबे इंतजार के बाद पेटीएम को बड़ी राहत मिली है.

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Paytm:  रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कार्रवाई के बाद से पेटीएम की मुश्किल बढ़ती चली गई. हाल ही में पेटीएम ने अपना टिकटिंग बिजनेस जोमैटो के हाथों बेच दिया. अब लंबे इंतजार के बाद पेटीएम को बड़ी राहत मिली है. फिनटेक फर्म वन97 कम्यूनिकेशन के स्वामित्व वाली Paytm को पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड (PPSL) में डाउनस्ट्रीम निवेश के लिए सरकार की मंजूरी मिल गई है. 

बुधवार को पेटीएम ने खुद इस बात की जानकारी दी.  कंपनी ने कहा कि वह पेमेंट एग्रीगेटर (PA) लाइसेंस के लिए फिर से आवेदन करेगी.  पेटीएम ने कहा,  पीपीएसएल को भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले वित्तीय सेवा विभाग से 27 अगस्त, 2024 के एक पत्र के माध्यम से मूल कंपनी से निवेश के लिए मंजूरी मिल गई है. इसके साथ पीपीएसएल भुगतान एग्रीगेटर लाइसेंस के लिए फिर से आवेदन करेगी. 

इस बीच, पीपीएसएल मौजूदा भागीदारों को ऑनलाइन भुगतान एग्रीगेटर सेवाएं प्रदान करना जारी रखेगी. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नवंबर, 2022 में पेटीएम के भुगतान एग्रीगेटर लाइसेंस परमिट आवेदन को खारिज कर दिया था और कंपनी को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मानदंडों के तहत प्रेस नोट-3 अनुपालन के साथ फिर से आवेदन करने का निर्देश दिया था.

 प्रेस नोट-3 के अनुसार, सरकार ने भारत के साथ स्थलीय सीमा साझा करने वाले देशों से निवेश के लिए अपनी पूर्व स्वीकृति अनिवार्य कर दी थी. आवेदन खारिज होने के समय, चीन का अलीबाबा समूह कंपनी में सबसे बड़ा शेयरधारक था. आरबीआई के भुगतान एग्रीगेटर दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि एक एकल इकाई भुगतान एग्रीगेटर सेवाओं के साथ-साथ ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस प्रदान करना जारी नहीं रख सकती है और ऐसी भुगतान एग्रीगेटर सेवाओं को ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस कारोबार से अलग किया जाना चाहिए. 

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