भले ही कितना भी हिलकोले खाए शेयर मार्केट, फिर भी मिलता रहेगा 15-16% का सालाना रिटर्न: रमेश दमानी
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भले ही कितना भी हिलकोले खाए शेयर मार्केट, फिर भी मिलता रहेगा 15-16% का सालाना रिटर्न: रमेश दमानी

बीते कुछ हफ्तों से शेयर बाजार हिला हुआ है. सेंसेक्स-निफ्टी हिलकोले खा रहे हैं. बाजार में बिकवाली हावी हो गई है. शेयर बाजार में जारी उठा पटक के चलते निवेशकों में मायूसी है. रिस्क से भरे इस बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों के मन में डर भी है.

भले ही कितना भी हिलकोले खाए शेयर मार्केट, फिर भी मिलता रहेगा 15-16% का सालाना रिटर्न: रमेश दमानी

Share Market Latest Update: बीते कुछ हफ्तों से शेयर बाजार हिला हुआ है. सेंसेक्स-निफ्टी हिलकोले खा रहे हैं. बाजार में बिकवाली हावी हो गई है. शेयर बाजार में जारी उठा पटक के चलते निवेशकों में मायूसी है. रिस्क से भरे इस बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों के मन में डर भी है. लेकिन इन सबके बीच दिग्गज निवेशक में बड़ी बात कही है.  

उठापटक के बीच मिलता रहेगा बेहतर रिटर्न  

वैश्विक उठापटक के बाद भी भारतीय शेयर बाजार में सालाना आधार पर 15 से 16 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को मिलता रहेगा. यह बयान दिग्गज निवेशक रमेश दमानी ने दिया है. एक कार्यक्रम के दौरान बात करते दमानी ने कहा कि वैश्विक उठापटक का शेयर बाजार की वृद्धि दर पर कोई असर नहीं होगा. वैश्विक उठापटक के कारण कभी भी शेयर बाजार पर नकारात्मक नहीं होना चाहिए. उठापटक बाजार का हिस्सा है. मुझे लगता है कि उतार-चढ़ाव के बाद भी बाजार सालाना आधार पर 15 से 16 प्रतिशत का रिटर्न देगा.  

दमानी ने आगे कहा कि ईरान-इजरायल में संघर्ष शेयर बाजार के लिए खराब है, लेकिन तेजी के बाजार में सभी चिंता फीकी रह जाती हैं.  मौजूदा शेयर बाजार ने भू-राजनीतिक संघर्षों को डिस्काउंट कर लिया है. उन्होंने आगे कहा कि दुनिया के सभी उभरते हुए बाजारों में भारत का प्रदर्शन सबसे अच्छा है. इसकी वजह 3डी (डेमोक्रेसी, डिजिटाइजेशन और डेमोग्राफिक्स) होना है.  

इसके अलावा दमानी ने जोर देते हुए कहा कि भारत द्वारा जनता के लिए एक बहुत अच्छा डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है. हम एक साथ मिलकर एक देश का निर्माण कर रहे हैं, अगली पीढ़ी को एक बेहतर देश दे रहे हैं.  इससे पहले इस इवेंट में वैश्विक निवेशक मार्क मोबियस ने कहा था कि वह निवेश के दौरान कंपनी में रिटर्न-ऑन-इक्विटी, डेट-टू-इक्विटी और मैनेजमेंट की क्वालिटी देखते हैं. वह निवेश के दौरान प्राइस-टू-अर्निंग (पीई) रेश्यो को ज्यादा महत्व नहीं देते हैं, क्योंकि यह कंपनी के पुराने प्रदर्शन को दिखाता है. मोबियस ने युवा निवेशकों को सलाह देते हुए कहा कि कभी भी बाजार में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. आपको बाजार को अच्छे से समझना चाहिए और तर्क के आधार पर चुने हुए शेयरों में निवेश करना चाहिए.  इनपुट-आईएएनएस हिंदी

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