WPI Data: आम जनता के ल‍िए फ‍िर आई गुड न्‍यूज! लगातार छठे महीने बढ़ती महंगाई से म‍िली राहत
Advertisement
trendingNow11917616

WPI Data: आम जनता के ल‍िए फ‍िर आई गुड न्‍यूज! लगातार छठे महीने बढ़ती महंगाई से म‍िली राहत

Wholesale price index: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को कहा, ‘सितंबर 2023 में मुख्य रूप से पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में रासायनिक तथा रासायनिक उत्पादों, खनिज तेल, कपड़ा, बुनियादी धातुओं व खाद्य उत्पादों की कीमतों में गिरावट के कारण मुद्रास्फीति कम हुई.

WPI Data: आम जनता के ल‍िए फ‍िर आई गुड न्‍यूज! लगातार छठे महीने बढ़ती महंगाई से म‍िली राहत

WPI Inflation: स‍ितंबर महीने की थोक महंगाई दर (Wholesale inflation) में लगातार छठे महीने ग‍िरावट आई है. सिंतबर में यह शून्य से 0.26 प्रतिशत नीचे रही है. थोक मूल्य सूचकांक (wholesale price index) आधारित महंगाई दर अप्रैल से लगातार शून्य से नीचे बनी है. अगस्त में यह शून्य से 0.52 प्रतिशत नीचे थी. सितंबर 2022 में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 10.55 प्रतिशत थी. जुलाई के महीने में यह शून्य से नीचे 1.36 प्रत‍िशत थी. अगस्त 2022 में यह 12.48 प्रत‍िशत पर पहुंच गई है.

खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 3.35 प्रतिशत रही

खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर पिछले दो महीनों में दोहरे अंक में रहने के बाद, सितंबर में घटकर 3.35 प्रतिशत हो गई. अगस्त में यह 10.60 प्रतिशत थी. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को कहा, ‘सितंबर 2023 में मुख्य रूप से पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में रासायनिक तथा रासायनिक उत्पादों, खनिज तेल, कपड़ा, बुनियादी धातुओं व खाद्य उत्पादों की कीमतों में गिरावट के कारण मुद्रास्फीति कम हुई.’

खुदरा महंगाई दर तीन महीने के न‍िचले स्‍तर पर
ईंधन और बिजली खंड की मुद्रास्फीति सितंबर में शून्य से 3.35 प्रतिशत नीचे रही, जो अगस्त में शून्य से 6.03 प्रतिशत नीचे थी. विनिर्मित उत्पादों की महंगाई दर सितंबर में शून्य से 1.34 प्रतिशत नीचे रही. अगस्त में यह शून्य से 2.37 प्रतिशत नीचे थी. राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) की तरफ से पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में खुदरा महंगाई दर सालाना आधार पर घटकर तीन महीनों के निचले स्तर 5.02 प्रतिशत पर आ गई. सब्जियों और ईंधन की कीमत में ग‍िरावट इसका प्रमुख कारण रही.

क्‍या है थोक महंगाई दर
थोक मूल्य सूचकांक (WPI) थोक लेवल पर वस्तुओं की कीमत का तय करती है. यानी वह सामान ज‍िसकी ब‍िक्री थोक में की जाती है और ग्राहकों के बजाय संगठनों के बीच कारोबार किया जाता है. WPI का प्रयोग कुछ अर्थव्यवस्था में महंगाई के माप के तौर पर क‍िया जाता है. (भाषा)

Trending news