IAS Story: मिलिए एक उस शख्स से, जो कभी थे स्कूल टीचर, फिर बने IAS ऑफिसर; अब बतौर DM संभाल रहे संभल की कमान
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IAS Story: मिलिए एक उस शख्स से, जो कभी थे स्कूल टीचर, फिर बने IAS ऑफिसर; अब बतौर DM संभाल रहे संभल की कमान

IAS Story: अगर आपमें कुछ अच्छा करने की जिद है, तो आपकी जिद पूरी होने से कोई नहीं रोक सकता. आज पढ़िए एक ऐसे IAS ऑफिसर की कहानी, जो कभी स्कूल टीचर हुआ करते थे. ये कहानी हर किसी को कुछ बेहतर करने के लिए मोटिवेट करती है...

IAS Story: मिलिए एक उस शख्स से, जो कभी थे स्कूल टीचर, फिर बने IAS ऑफिसर; अब बतौर DM संभाल रहे संभल की कमान

Success Story Of IAS Rajender Pensiya: इस दिनों उत्तर प्रदेश का संभल जिला यहां हुए उपद्रव के देश भर में चलते सुर्खियों में हैं. एक तरफ तो संभल में जामा मस्‍जिद को लेकर बवाल मचा हुआ है. वही कुछ अफवाहों के चलते 3 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इसके बाद संभल के जिलाधिकारी (DM) एक्शन मोड में आए और बाहर व्‍यक्तियों के लिए जिले में नो एंट्री के आदेश जारी कर दिए. इतना ही नहीं इस तरह की घटनाओं में इजाफा होने से रोकने के लिए डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने इंटरनेट भी बंद करा दिया. अगले आदेश तक स्‍कूल कॉलेज भी बंद रहेंगे. कौन हैं डॉ. राजेंद्र पेंसिया? आइए यहां जानते है इनके बारे में सबकुछ...

कितनी की है पढ़ाई?
डॉ. राजेंद्र पेंसिया राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले हैं. उनका जन्म 10 अगस्‍त 1983 को हुआ था. राजेंद्र ने कॉमर्स से ग्रेजुएशन करके बीकॉम डिग्री हासिल की. इसके बाद साल 2005 में वह कैटेगरी 3 में टीचर बने. हालांकि, राजेंद्र नौकरी लग जाने के बाद भी यही नहीं रूके. उन्‍होंने सरकारी टीचर की नौकरी के साथ ही अपनी तैयारी भी जारी रखी.

बीडीओ से एसडीएम तक का सफर
राजेन्‍द्र ने प्रशासनिक सेवा में जाने का फैसला लिया और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुटे रहे. राजेंद्र को अपने पहले प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा नाकामी मिली.  वहीं, राज्‍य प्रशासनिक सेवा परीक्षा (RAS) पास करने में वह सफल रहे, जिसके बाद उन्हें बतौर बीडीओ पोस्टिंग मिली. इसके बाद तो उनकी मनोबल और बढ़ गया और उन्होंने अपने लक्ष्‍य तक पहुंचने के लिए मेहनत शुरू कर दी.

बीडीओ राजेंद्र पेंसिया आरएएस की परीक्षा के लिए तैयारी रहे और उनकी मेहनत रंग लाई. साल 2011 में आरएएस एग्जाम में 8वीं रैंक के साथ उन्होंने कामयाबी पाई. इस तरह राजेंद्र पेंसिया डिप्‍टी कलेक्‍टर की पोस्ट तक पहुंच गए. 

5वीं बार में मिली इतनी बड़ी कामयाबी
हालांकि, राजेंद्र का आईएएस बनने का सपना अभी भी बाकी था. लिहाजा एसडीएम बनने के बाद भी वह यूपीएससी के लिए तैयारी करते रहे. बताया जाता है कि आईएएस ऑफिसर राजेंद्र पेंसिया ने चार बार यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन असफल रहे. आखिरकार साल 2015 में उन्होंने यहां भी कामयाबी के झंडे गाड़ दिए और 5वीं बार में 345वीं रैंक हासिल यूपीएससी परीक्षा पास की और आईएएस पद के लिए चुने गए. 

बतौर डीएम संभल है पहला जिला
3 मई 2016 को लबसना में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद 4 मई 2016 को उन्‍हें मिर्जापुर में असिस्‍टेंट कलेक्‍टर का चार्ज लिया. 30 सितंबर 2017 से 6 अक्‍टूबर 2017 तक वह इटावा में जॉइंट मजिस्‍ट्रेट रहे. इसके बाद मथुरा में भी 27 फरवरी 2019 तक इसी पद पर कार्यरत रहे. इसके बाद 2 मार्च 2021 तक बतौर सीडीओ राजेंद्र ने फर्रूखाबाद संभाला. फिर 25 जून 2022 तक आगरा विकास प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन रहे. इसके बाद उन्‍हें अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में स्‍पेशल सक्रेटरी बनाए गए. 25 जून 2024 को उन्‍हें संभल में पोस्टिंग मिली. बतौर डीएम यह आईएएस ऑफिसर राजेंद्र पेंसिया का पहला जिला है.

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