कौन हैं IAS आकांक्षा राणा, जिन्हें सौंपी गई महाकुंभ के स्पेशल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर की जिम्मेदारी
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कौन हैं IAS आकांक्षा राणा, जिन्हें सौंपी गई महाकुंभ के स्पेशल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर की जिम्मेदारी

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर होने वाले स्नान से पहले वहां देर रात भगदड़ मच गई, जिस कारण अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, स्थिति को संभालने के लिए मौके पर स्पेशल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर IAS आकांक्षा राणा पहुंची और उन्होंने बताया कि आखिर मेले में किस कारण भगदड़ मची थी.

कौन हैं IAS आकांक्षा राणा, जिन्हें सौंपी गई महाकुंभ के स्पेशल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर की जिम्मेदारी

IAS Akanksha Rana: आज मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं. लेकिन स्नान शुरू होने से पहले ही यहां देर रात भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की मौत की खबरें आ रही हैं. इसके अलावा, दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज महाकुंभ मेले के अस्पतालों में चल रहा है.

अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान किया रद्द
इस भगदड़ के बाद 13 अखाड़ा परिषदों ने अपने अमृत स्नान को रद्द करने का फैसला किया. उनका कहना है कि यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.

IAS आकांक्षा राणा ने क्या कहा?
वहीं, महाकुंभ में भगदड़ की खबरों पर स्पेशल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर IAS आकांक्षा राणा ने बताया "संगम मार्गों पर कुछ बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बनी. कुछ लोग घायल हुए हैं, लेकिन स्थिति गंभीर नहीं है और सभी घायलों का इलाज जारी है."

IAS आकांक्षा राणा कौन हैं?
IAS आकांक्षा राणा 2017 बैच की अधिकारी हैं और उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के उरई की रहने वाली हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई उत्तर-पूर्वी राज्यों से की और फिर IIT कानपुर से इकोनॉमिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की. इसके बाद, उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की और साल 2017 में परीक्षा पास कर IAS ऑफिसर बनीं.

किन-किन पदों पर रह चुकी हैं?
- वर्तमान में आकांक्षा राणा महाकुंभ मेले की स्पेशल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं.
- इससे पहले वह हरदोई में मुख्य विकास अधिकारी (CDO) के रूप में तैनात थीं.
- उन्होंने गोरखपुर में प्रशिक्षण लिया और प्रयागराज में जॉइंट मजिस्ट्रेट के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाईं.

हरदोई में बंजर भूमि को किया हरा-भरा
हरदोई में CDO रहते हुए, IAS आकांक्षा राणा ने बंजर जमीन को हरा-भरा बनाने का काम किया. उन्होंने जापानी वनस्पति वैज्ञानिक अकीरा मियावाकी की पद्धति अपनाई, जिससे 30 साल में जंगल तैयार किया जा सकता है.

उन्होंने 372 मियावाकी साइट्स तैयार करवाईं और हर साइट पर 350 पौधों का रोपण भी किया गया. बता दें कि यह पद्धति जल संरक्षण और हरियाली बढ़ाने में मदद करती है. इसके अलावा अब IAS आकांक्षा राणा महाकुंभ मेले को सफल बनाने की बड़ी जिम्मेदारी संभाल रही हैं.

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