Classes Internationales: फ्रांस के पीएम ने शुरू किया क्लासेज इंटरनेशनल, जानिए आपको इससे कैसे फायदा मिलेगा
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Classes Internationales: फ्रांस के पीएम ने शुरू किया क्लासेज इंटरनेशनल, जानिए आपको इससे कैसे फायदा मिलेगा

French PM Emmanual Macron: ये प्रोग्राम सभी फील्ड - यूनिवर्सिटी, ग्रैंड इकोल्स, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, साइंस, ह्यूमैनिटीज, आर्ट्स और अन्य स्पेशलाइज्ड स्कूलों में विश्व प्रसिद्ध फ्रांसीसी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन्स तक पहुंच प्रदान करना चाहता है. 

Classes Internationales: फ्रांस के पीएम ने शुरू किया क्लासेज इंटरनेशनल, जानिए आपको इससे कैसे फायदा मिलेगा

How to Learn French: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भारतीय छात्रों के लिए अपनी पसंद की डिग्री हासिल करने से पहले अपने देश में एक साल के लिए फ्रेंच सीखने के लिए क्लासेस इंटरनेशनल शुरू करने की घोषणा की है. कैंडिडेट्स Classinternationales.org पर 31 मार्च, 2023 तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. मैक्रों भारत की दो दिन की यात्रा पर थे और गणतंत्र दिवस 2024 में मुख्य अतिथि थे. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से सार्वजनिक स्कूलों में फ्रेंच पढ़ाने की घोषणा पहले ही कर दी थी. 

एक बयान में कहा गया है कि यह प्रोग्राम सभी भारतीय छात्रों के लिए ओपन है, भले ही उनका फ्रेंच भाषा का वर्तमान लेवल कुछ भी हो. इसमें कहा गया है कि छात्रों को प्रोग्राम में एडमिशन देने के लिए एकेडमिक एक्सीलेंस ही एक शर्त है. Classes Internationales नाम का नया प्रोग्राम भारतीय हाई स्कूल के स्टूडेंट्स को फ्रांस में पढ़ने का खास मौका देता है. ये खास इसलिए है क्योंकि इसमें सिर्फ अंग्रेजी पढ़ाने वाले कोर्स ही नहीं, बल्कि पूरी तरह फ्रेंच में पढ़ने वाले कोर्स भी शामिल हैं.

मतलब, चाहे आप फ्रेंच पहले से जानते हो या बिल्कुल नहीं जानते हो, कोई फर्क नहीं पड़ता. इस प्रोग्राम के तहत, आप पहले फ्रांस के किसी यूनिवर्सिटी में एक साल का स्पेशल कोर्स लो, जहां सिर्फ फ्रेंच ही सीखोगे. और एक साल बाद, अगर आपने अच्छा किया, तो आप उसी यूनिवर्सिटी में किसी भी फ्रेंच में पढ़ने वाले अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. कुल मिलाकर, ये प्रोग्राम उन भारतीय छात्रों के लिए एक शानदार मौका है, जो फ्रांस में पढ़ना चाहते हैं और फ्रेंच भाषा सीखने के इच्छुक भी हैं. अब भाषा कोई बड़ी रुकावट नहीं बनेगी.

ये प्रोग्राम सभी फील्ड - यूनिवर्सिटी, ग्रैंड इकोल्स, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, साइंस, ह्यूमैनिटीज, आर्ट्स और अन्य स्पेशलाइज्ड स्कूलों में विश्व प्रसिद्ध फ्रांसीसी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन्स तक पहुंच प्रदान करना चाहता है. साथ ही आउटस्टेंडिंग स्टूडेंट्स को फ्रांस में उनकी हायर एजुकेशन का सपोर्ट करने के लिए भारत में फ्रांस के दूतावास द्वारा स्कॉलरशिप भी दी जाएगी.

अपनी भारत यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति ने भारतीय छात्रों के लिए और ज्यादा मौके खोलने की फ्रांस की प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जिसका उदाहरण क्लासेस इंटरनेशनल और पूर्व छात्रों के लिए पांच साल के शॉर्ट स्टे शेंगेन वीजा जैसी पहल है.

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