Manipur Violence: मणिपुर में बर्बरता की हदें पार.. उग्रवादियों ने टॉर्चर किया फिर कई बार दागी गोली, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
Advertisement
trendingNow12529655

Manipur Violence: मणिपुर में बर्बरता की हदें पार.. उग्रवादियों ने टॉर्चर किया फिर कई बार दागी गोली, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा

Manipur Violence News: मणिपुर के जिरीबाम जिले में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा मारे गए छह लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भयावह सच उजागर किया है. इनमें तीन लोगों के शरीर पर गोली और चोट के गहरे निशान पाए गए हैं.

Manipur Violence: मणिपुर में बर्बरता की हदें पार.. उग्रवादियों ने टॉर्चर किया फिर कई बार दागी गोली, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा

Manipur Violence News: मणिपुर के जिरीबाम जिले में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों द्वारा मारे गए छह लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भयावह सच उजागर किया है. इनमें तीन लोगों के शरीर पर गोली और चोट के गहरे निशान पाए गए हैं. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य महिला और दो बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब भी लंबित है.

तीन वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत

तीन साल के चिंगखेनगांबा सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उसकी दाहिनी आंख गायब थी और सिर में गोली लगने का निशान था. रिपोर्ट में छाती की हड्डी टूटने, हाथ और शरीर के अन्य हिस्सों पर घाव के निशान भी दर्ज किए गए. बच्चे का शरीर सड़ने की स्थिति में पाया गया.

मां को चार गोलियां मारी गईं

बच्चे की मां एल. हेतोनबी देवी (25) को सीने में तीन और नितंब में एक गोली मारी गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि उनकी मौत के सात दिन बाद उनका शव 18 नवंबर को अस्पताल लाया गया था.

दादी को लगीं पांच गोलियां

बच्चे की दादी वाई. रानी देवी (60) को भी गंभीर चोटें आई थीं. उन्हें खोपड़ी, छाती, पेट और हाथ में कुल पांच गोलियां लगीं. दोनों महिलाओं के शरीर पर गहरे जख्म के निशान मिले हैं. उनकी मौत के कारण का पता विसरा की रासायनिक जांच के बाद ही चल सकेगा.

अन्य पीड़ितों की रिपोर्ट लंबित

अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य महिला और दो बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब भी लंबित है. मौत की सही वजह जानने के लिए गुवाहाटी स्थित फोरेंसिक विज्ञान निदेशालय से विसरा जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.

11 नवंबर को हुई मुठभेड़ से जुड़ी घटना

यह घटना 11 नवंबर को जिरीबाम स्थित राहत शिविर से छह मेइती समुदाय के लोगों के लापता होने के बाद सामने आई. इसी दिन सुरक्षा बलों और कुकी-जो उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ में 10 उग्रवादी मारे गए थे. लापता लोगों के शव कुछ दिनों बाद जिरीबाम जिले की जिरी नदी और असम के कछार में बराक नदी से बरामद हुए. यह घटना मणिपुर में लगातार जारी तनाव और हिंसा की भयावहता को दिखाती है.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news