कैसरगंज में दिखा दबदबा! बृजभूषण के बेटे को टिकट, रायबरेली से टिकट पाने वाले दिनेश प्रताप सिंह को भी जानिए
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कैसरगंज में दिखा दबदबा! बृजभूषण के बेटे को टिकट, रायबरेली से टिकट पाने वाले दिनेश प्रताप सिंह को भी जानिए

BJP Candidate List: बीजेपी ने अपनी बहुप्रतीक्षित लिस्ट आखिरकार जारी कर दी है. उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों से प्रत्याशियों के नाम का ऐलान हो गया है. कैसरगंज से बृजभूषण के बेटे करणभूषण तो वहीं रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह के नाम का ऐलान किया है. 

कैसरगंज में दिखा दबदबा! बृजभूषण के बेटे को टिकट, रायबरेली से टिकट पाने वाले दिनेश प्रताप सिंह को भी जानिए

Kaisarganj Raibareli News: लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने अपनी एक और सूची जारी की है. कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट दिया है. उनकी जगह उनके बेटे करणभूषण को टिकट दिया गया है जबकि रायबरेली से यूपी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के नाम का ऐलान किया है. इधर कैसरगंज में बीजेपी ने बृजभूषण के दबदबे को ध्यान में रखते हुए उनके बेटे का नाम आगे किया जबकि उधर दिनेश प्रताप सिंह का रायबरेली क्षेत्र में काफी प्रभाव माना जाता है और ठाकुर समुदाय की नाराजगी दूर करने की कोशिश भी बीजेपी ने की है. 

असल में आखिरकार कैसरगंज और रायबरेली सीट को लेकर बीजेपी की तरफ से आधिकारिक पटाक्षेप हो गया है. मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे और यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष करणभूषण को कैसरगंज से टिकट दे दिया गया है. बीजेपी वहां परिवार से आगे नहीं बढ़ पाई. जबकि रायबरेली से बीजेपी ने दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया. 

करणभूषण कौन हैं?
करणभूषण इस समय यूपी कुश्ती संघ की अध्यक्ष हैं और वे यूपी कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. 34 साल के करणभूषण डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी हैं और ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट पढ़ चुके हैं. करणभूषण बेदाग़ छवि के माने जाते हैं. आसपास के इलाकों में उनके परिवार का दबदबा बरकरार है. वे खुद पिछले काफी समय से अपने पिता और भाई के साथ रैलियों और सभाओं में देखे जाते रहे हैं. उनके बड़े भाई प्रतीकभूषण गोंडा सदर से विधायक हैं.

दिनेश प्रताप सिंह कौन हैं?
लंबे समय तक कांग्रेस में रहे दिनेश प्रताप सिंह सोनिया गांधी परिवार के काफी करीबी रह चुके हैं. दो बार विधानपरिषद सदस्य कांग्रेस से चुने गए फिर तीसरी बार बीजेपी ने उन्हें विधानसभा में भेजा और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का दर्जा दिया गया. सोनिया गांधी के खिलाफ 2019 लोकसभा चुनाव में दिनेश प्रताप सिंह ही मैदान में थे. इस बार भी बीजेपी ने उन्हें उतार दिया है. अब देखना है कि रायबरेली में उनके खिलाफ कांग्रेस किसको उतार सकती है. 

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