DNA: रामनवमी पर दंगों का डर.. Real या Political? CM ममता के 'जुबानी दंगों' का Fact Check
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DNA: रामनवमी पर दंगों का डर.. Real या Political? CM ममता के 'जुबानी दंगों' का Fact Check

West Bengal: बंगाल में आपने गौर किया होगा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी चुनावी रैलियों में मुसलमानों को रामनवमी पर दंगे होने का डर दिखाती हैं. ममता बनर्जी लगातार ये आशंका जता रही हैं कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण से पहले बीजेपी, बंगाल में दंगा भड़का सकती है.

DNA: रामनवमी पर दंगों का डर.. Real या Political? CM ममता के 'जुबानी दंगों' का Fact Check

West Bengal: बंगाल में आपने गौर किया होगा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी चुनावी रैलियों में मुसलमानों को रामनवमी पर दंगे होने का डर दिखाती हैं. ममता बनर्जी लगातार ये आशंका जता रही हैं कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण से पहले बीजेपी, बंगाल में दंगा भड़का सकती है.

19 तारीख को मतदान है, 17 तारीख को वो दंगा करेंगे..

-चुनाव के दौरान कुछ लोग दंगा भड़काने की कोशिश करेंगे, उनके जाल में मत फंसना.
-17 अप्रैल को वो तनाव और हिंसा भड़काने की कोशिश कर सकते हैं .
-रामनवमी, उनके लिए दंगा करने का दिन है .
-वो उकसाएंगे लेकिन मुसलमानों को कूल-कूल रहना होगा .

मुसलमानों को रामनवमी पर ठंडा रहने की हिदायत..

ममता बनर्जी अपनी रैलियों में मुसलमानों को रामनवमी पर ठंडा रहने की हिदायत दे रही हैं. लेकिन उनके बयान ऐसे हैं कि जैसे रामनवमी पर दंगे होना तय है. तो क्या वाकई ममता बनर्जी को कोई खुफिया रिपोर्ट मिली है जिसके आधार पर वो इतना बड़ा दावा कर रही हैं.. या ये चुनाव में ममता की मुस्लिम पॉलिटिक्स का हिस्सा है? ममता बनर्जी बार-बार लगातार अपने चुनाव प्रचार में रामनवमी के दिन.. दंगे भड़कने की आशंका जता रही हैं और मुसलमानों को डरा रही हैं. और बीजेपी पर दंगे भड़काने की साजिश रचने का आरोप लगा रही हैं.

रामनवमी पर VHP बंगाल के सभी ग्राम पंचायतों में शोभायात्राएं निकालेगी

दरअसल पिछले कुछ वर्षों के दौरान बंगाल में रामनवमी पर निकाले जाने वाली शोभायात्राओं के दौरान सांप्रदायिक दंगे हुए हैं. पिछले वर्ष भी रामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. रामनवमी जुलूस के दौरान हावड़ा और नॉर्थ दिनाजपुर जिले में VHP के जुलूस पर पत्थरबाजी के बाद दो समुदायों के बीच दंगे भड़क उठे थे. वाहनों को जला दिया गया था. दुकानों में तोड़फोड़ हुई थी. इस बार भी बंगाल में रामनवमी पर विश्व हिंदू परिषद में पूरे बंगाल में शोभायात्राएं निकालने का ऐलान किया है. 17 अप्रैल को रामनवमी के दिन, VHP बंगाल के सभी ग्राम पंचायतों में शोभायात्राएं निकालेगी. VHP ने रामनवमी पर पूरे बंगाल में पांच हजार से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है.

कोलकाता हाईकोर्ट ने शर्तों के साथ दी अनुमति

कोलकाता हाईकोर्ट ने विश्व हिंदू परिषद को हावड़ा में रामनवमी शोभायात्रा निकालने की शर्तों के साथ अनुमति दे दी है.. कोलकाता हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि शोभा यात्रा उसी रास्ते से होकर निकलेगी जिस रास्ते से पिछले 15 वर्षों से निकलती हैं. रामनवमी जुलूस में 200 से ज़्यादा लोग शामिल नहीं होने चाहिए. जुलूस के दौरान किसी भी तरह के हथियार के प्रदर्शन पर भी रोक लगा रहेगी. भड़काऊ नारे लगाने और DJ का इस्तेमाल करने पर भी प्रतिबंध रहेगा.

अब देखना है कि रामनवमी पर ममता बनर्जी का डर सही साबित होता है या नहीं. क्योंकि पिछले वर्ष हावड़ा में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस से ही हिंसा की शुरुआत हुई थी. आरोप लगा था कि जुलूस पर पत्थरबाजी करके दंगे भड़काने की साजिश पहले से रची गई थी. बीजेपी ने इसके पीछे TMC का हाथ बताया था और TMC ने बीजेपी को दोषी ठहराया था. दरअसल बंगाल में रामनवमी पर निकलने वाली शोभायात्राएं.. धार्मिक से ज्यादा राजनीतिक रंग ले चुकी हैं.

इस बार भी बीजेपी की कोशिश रहेगी कि बंगाल में पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले रामनवमी पर शोभायात्राओं के जरिये हिंदू वोटर्स को एकजुट किया जाए. और ममता बनर्जी ने भी बीजेपी की कोशिशों को नाकाम करने के लिए पहली बार रामनवमी पर बंगाल में सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है. इस बार ममता बनर्जी नहीं चाहेंगी कि रामनवमी पर शोभायात्राओं के दौरान कोई हिंसा भड़के. क्योंकि इससे बीजेपी को ममता बनर्जी पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाने का मौका मिल जाएगा. आज पश्चिम बंगाल का चुनावी दौरा कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि वो रामनवमी पर शोभायात्राएं रोकना चाहती हैं.

रामनवमी पर दंगे होने की आशंका..

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कह दिया है कि बंगाल समेत पूरे देश में इस बार सबसे भव्य रामनवमी भी मनेगी और शोभायात्राएं भी निकलेंगी. लेकिन क्या बंगाल में वाकई रामनवमी पर दंगे होने की आशंका है या ममता बनर्जी जान-बूझकर दंगे होने का डर दिखा रही हैं. हो सकता है कि ममता बनर्जी के पास वाकई कोई खुफिया जानकारी हो कि रामनवमी पर दंगे हो सकते हैं. लेकिन राजनीतिक विश्लेषक इसके पीछे ममता बनर्जी की Politics भी मानते हैं... और इसके पीछे दो कारण हो सकते हैं. पहला तो ये कि अगर चुनाव के दौरान दंगे भड़कते हैं तो बीजेपी को इसका राजनैतिक फायदा हो सकता है. क्योंकि अगर दंगे हुए तो बंगाल मं धार्मिक ध्रुवीकरण बढ़ेगा जिसका नुकसान TMC को होगा. और दूसरा कारण ये है कि रामनवमी पर दंगे का डर दिखाकर ममता बनर्जी ये दिखाना चाहती हैं कि वो ही मुसलमानों की सबसे बड़ी हितैषी हैं. वो चुनाव को पूरी तरह से TMC बनाम BJP करना चाहती हैं ताकि मुस्लिम वोटर्स एकजुट होकर TMC को वोट दें.

ममता बनर्जी दंगे का डर दिखा रही हैं..

एक बात यहां Note करने वाली है कि पिछले वर्ष भी ममता बनर्जी रामनवमी पर दंगे होने की आशंका जता रही थीं और दंगे हो गए थे. इस बार भी ममता बनर्जी दंगे का डर दिखा रही हैं. लेकिन अंतर ये है कि इस बार ममता..मुसलमानों को ठंडा-ठंडा कूल कूल रहकर दंगे की आशंका को कम करने की कोशिश कर रही हैं..लेकिन पिछले वर्ष वो दंगे के लिए उकसाने वाले बयान दे रही थीं. पश्चिम बंगाल में वैसे तो चुनावों के दौरान राजनैतिक हिंसा का लंबा इतिहास रहा है और त्यौहारों का सियासी इस्तेमाल भी बहुत पहले से होता रहा है . Political Experts के मुताबिक रामनवमी और हनुमान जयंती जैसे त्यौहारों के बहाने विश्व हिंदू परिषद और बीजेपी ने बंगाल में अपने पैर जमाने की कवायद शुरु की थी .

हर बार इसका फायदा बीजेपी को होता दिखा..

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बंगाल की 42 में से सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी. लेकिन वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सारे अनुमानों को गलत साबित करते हुए 42 में से 18 सीटें जीत ली थीं. राजनीतिक पंडित बंगाल में बीजेपी के इस उभार के पीछे हिंदू धार्मिक आयोजनों की अहम भूमिका मानते हैं. लेकिन इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि पहले बंगाल में कभी रामनवमी के मौके पर ना तो कभी इतने बड़े पैमाने पर जुलूस या शोभायात्राएं निकलीं और ना कभी इन शोभायात्राओं में इतनी हिंसा हुई.. जितनी 2014 के बाद हुईं. जिनका ममता बनर्जी की TMC को राजनीतिक नुकसान हुआ है. और हर बार इसका फायदा बीजेपी को होता दिखा है. शायद इसलिए इस बार ममता बनर्जी नहीं चाहतीं कि रामनवमी पर कोई हिंसा हो और उन्हें दोबारा से नुकसान उठाना पड़े.

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