Land Jihad: मध्य प्रदेश के सागर और नीमच से लैंड जिहाद की हैरान कर देने वाली घटनाएं सामने आई हैं. यहां सरकारी जमीनों को तेजी के साथ धर्म के नाम पर कब्जे में लिया जा रहा था. एक स्कूल जहां बच्चे खेलते हैं उसकी कब्रिस्तान बनाने की तैयारी चल रही थी. पढ़िए पूरी रिपोर्ट
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Land Jihad: कई तरह के जिहाद के बीच अब लैंड जिहादियों ने जमीन हड़पने का जो तरीका अपनाया है, वो जानकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. कहीं स्कूल को कब्रिस्तान बनाने की कोशिश हो रही है, तो कहीं दरगाह की आड़ में सरकारी जमीन पर कब्जे की साजिश रची जा रही है. मध्य प्रदेश के सागर और नीमच से आई खबरें आपकी आंखें खोल देंगी. मजहब के नाम पर कुछ जिहादी सरकारी संपत्ति को जागीर समझ बैठे हैं. मध्य प्रदेश की ये दो घटनाएं बता रही हैं कि लैंड जिहाद के लिए किस तरह से साजिशें रची जा रही हैं. सागर और नीमच से आईं लैंड जिहाद की दो खबरें जितनी सनसनीखेज हैं, उतनी ही हैरतअंगेज भी हैं. सागर में जहां स्कूल में ही कब्रिस्तान बनाने की तैयारी शुरू हो गई, तो वहीं नीमच में दरगाह की आड़ में अवैध इमारत खड़ी कर दी गई.
स्कूल ग्राउंड को कब्रिस्तान बनाने की तैयारी
सागर का मामला तो बहुत चौंकाने वाला है. सरकारी स्कूल के कैंपस में ही दिनदहाड़े कब्रिस्तान बनाने का खेल चल रहा था. स्कूल कैंपस के जिस ग्राउंड में बच्चे खेलते हैं. वहीं पर लैंड जिहाद की साजिश रची जा रही थी. दरअसल, कुछ महीने पहले इसी स्कूल के सामने चोरी-छिपे एक शख्स को सुपुर्द-ए-खाक किया गया था. ठीक उसी जगह एक बार फिर कब्र खोद दी गई. कब्र खुद चुकी थी. बस अब मुर्दे को सुपुर्द-ए-खाक किया जाना था. इस्लामिक रीति-रिवाज के साथ मुर्दे को दफनाया ही जा रहा था कि तभी किसी ने देख लिया और पुलिस प्रशासन को खबर कर दी कि स्कूल में कब्रिस्तान बनाने की तैयारी चल रही है.
धीरे-धीरे ये खबर पूरे इलाके में फैल गई और वहां भीड़ इकट्ठा होने लगी. पुलिस-प्रशासन का अमला भी मौके पर पहुंच गया. बिगड़ते माहौल को देखते हुए अधिकारियों ने कब्र खोद रहे लोगों को रोकने की कोशिश की. हालांकि मृतक का परिवार वहीं कब्र खोदने पर अड़ा था. बमुश्किल मामले को शांत कराया गया और सुपुर्द-ए-खाक की प्रक्रिया भी रुकवाई गई. इसी के साथ मुर्दा दफ्न होते-होते रह गया.
अब मध्य प्रदेश के ही नीमच ले चलते हैं आपको. यहां भी चोरी-छिपे लैंड जिहाद का खेल चल रहा था जो बेहद चौंकाने वाला था. पहले सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया गया. फिर दरगाह के नाम पर दो मंजिला इमारत खड़ी कर दी गई और धीरे-धीरे दरगाह के पास अवैध मकान बनते गए और लोग बसते चले गए.
दरगाह के नाम पर तेजी से फैल रहे अतिक्रमण पर प्रशासनिक अमले ने पीला पंजा चलवा दिया और सरकारी जमीन को अतिक्रमणकारियों के चंगुल से मुक्त करवाया. दरअसल, नीमच में नगरपालिका की 90 करोड़ रुपये की जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था. बाकायदा पक्के मकान बनवाकर यहां रहने लगे. बाकी बची हुई जमीन पर खेती चल रही थी. नगर पालिका और प्रशासन की ओर से कई बार इन कब्जाधारियों को नोटिस जारी किया गया लेकिन नोटिस के बावजूद कब्जा नहीं हटा. जिसके बाद प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर मकानों को मिट्टी में मिला दिया.
नीमच शहर के बीचोबीच जिस जमीन पर दरगाह की आड़ में अवैध कब्जा किया गया. उस पर स्टेडियम बनाया जाना था. मजहब के नाम पर जबरन जमीन हड़पने की ऐसी कोशिश हैरान करने वाली है. अब आए दिन देश के अलग-अलग हिस्सों से लैंड जिहाद के मामले सामने आने लगे हैं. जिसपर शिकंजा कसने की बहुत जरूरत है