मैं, नरेंद्र दामोदर दास मोदी...जानें क्यों ली जाती है शपथ, क्या है नियम, पढ़ें सबकुछ
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मैं, नरेंद्र दामोदर दास मोदी...जानें क्यों ली जाती है शपथ, क्या है नियम, पढ़ें सबकुछ

PM Modi 3.0 Oath Ceremony: लोकसभा चुनाव 2024(Lok Sabha Election Results) का परिणाम आ चुका है, नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ लेने वाले हैं. आइए जानते हैं कब है प्रधानमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह, शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन होगा शामिल, किसे मिला है न्योता, कहां होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह. जानें शपथ ग्रहण से जुड़ी हर एक जानकारी.

मैं, नरेंद्र दामोदर दास मोदी...जानें क्यों ली जाती है शपथ, क्या है नियम, पढ़ें सबकुछ

PM Modi Oath Ceremony: लोकसभा चुनाव का परिणाम बीते मंगलवार (4 जून) को आ गया है, जिसमें NDA की सरकार को 292 सीटें मिली तो वहीं, दूसरी ओर I.N.D.I.A गठबंधन को 234 सीटें मिली है. भाजपा को अकेले दम पर तो बहुमत नहीं मिला है लेकिन सहयोगी दलों की मदद के साथ पीएम मोदी तीसरी बार दश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.

कब है मोदी का शपथ ग्रहण समारोह
एनडीए की तरफ से सर्वसम्मति से नरेन्द्र मोदी को अपना नेता चुन लिया गया है, इसके साथ ही सरकार गठन और शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज हो गई हैं. पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख 8 जून से बदलकर अब 9 जून हो गई है. 9 जून को कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बार फिर से पीएम पद के लिए शपथ लेंगे और देश की बागडोर को संभालेंगे. 

शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन देश होगा शामिल
मीडिया रिपोर्ट की माने तो मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किए जाने वाले देशों में बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और मॉरीशस के शीर्ष नेता शामिल हो सकते हैं.

शपथ ग्रहण में मोदी ने किसे बुलाया
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय के मीडिया प्रभाग ने बताया कि मोदी ने उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है. मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी फोन पर बातचीत की है. राजनयिक सूत्रों ने बताया कि फोन पर बातचीत के दौरान मोदी ने हसीना को अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया. सूत्रों ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ को भी मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया जाएगा. मोदी ने ‘प्रचंड’ से भी फोन पर बातचीत की है.

गुरुवार को भेजे जाएंगे आधिकारिक न्योते
मीडिया में छपी रिपोर्ट की अनुसारऔपचारिक निमंत्रण गुरुवार को भेजे जाएंगे.

मोदी के पहले शपथ ग्रहण में कौन हुए थे शामिल
प्रधानमंत्री के रूप में मोदी के पहले शपथ ग्रहण समारोह में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के नेता शामिल हुए थे.

2019 के शपथ ग्रहण में कौन थे शामिल
मोदी 2019 में जब लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने तब उनके शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के नेता शामिल हुए थे.

2024 में किसे नहीं मिला न्योता
चीन, पाकिस्तान और मालदीव को समारोह के लिए फिलहाल न्योता नहीं गया है. न ही इस बारे में इंडिया की ओर से आधिकारिक पुष्टि की गई है. 

कहां होगा शपथ ग्रहण समारोह?
सूत्रों की माने तो 9 जून को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में होने की संभावना है, यही पर मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का शपथ ग्रहण समारोह होगा.  शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इसको लेकर राष्ट्रपति भवन में बैठकों का दौर लगातार जारी है. अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

शपथ क्यों लेना है जरूरी
भारत के संविधान की तीसरी अनुसूची के अनुसार, प्रधान मंत्री को कार्यालय में प्रवेश करने से पहले भारत के राष्ट्रपति की उपस्थिति में पद और गोपनीयता की शपथ लेनी और हस्ताक्षर करना आवश्यक है. पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद ही प्रधानमंत्री संवैधानिक परिपत्र पर दस्तखत करते हैं. यह बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, जो राष्ट्रपति द्वारा संरक्षित रखा जाता है. दरअसल, देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था का यह एक संवैधानिक दस्तावेज होता है, जो हमेशा सुरक्षित रहता है. इसके बाद से प्रधानमंत्री अपना काम शुरू करते हैं.

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