Former MLA Vijay Mishra Crime History: यूपी के भदोही में आतंक का पर्याय कहा जाने वाला पूर्व विधायक विजय मिश्रा आखिरकार कानून के चंगुल में फंस ही गया. करीब 9 साल पहले हुए रेप केस में कोर्ट ने उसे दोषी करार दिया है.
Trending Photos
Former MLA Vijay Mishra in Rape Case: यूपी में केवल अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी ही एकमात्र बाहुबली नहीं रहे हैं. प्रदेश में कई और भी बाहुबली भी हैं, जिनके आतंक से लोग खौफ में आ जाते थे. ऐसे ही एक बाहुबली का नाम विजय मिश्रा है. खुद को जनबलि कहने वाला यह बाहुबली अब रेप के आरोप में सजा भुगतेगा. कोर्ट ने सोमवार को पूर्व विधायक विजय मिश्रा को गायिका से रेप केस में दोषी करार दिया. उसकी सजा पर फैसला शनिवार को सुनाया जाएगा.
क्या थी घटना?
अभियोजन पक्ष के मुताबिक वाराणसी की रहने वाली एक गायिका ने वर्ष 2020 में पुलिस को शिकायत दी. कंप्लेंट में उसने बताया कि वर्ष 2014 में भदोही की ज्ञानपुर सीट से पूर्व विधायक विजय मिश्रा (Former MLA Vijay Mishra) ने उसे लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम के लिए बुलाया. इसके बाद अपने बेटे विष्णु मिश्रा और पोते ज्योति उर्फ विकास मिश्रा के साथ मिलकर उसका गैंगरेप किया.
पीड़िता को दी थी धमकी
पीड़िता के मुताबिक विजय मिश्रा (Former MLA Vijay Mishra) ने उसे धमकी दी थी कि घटना के बारे में किसी को बताने पर वह उसे और उसके परिवार समेत मार देगा. इस डर से वह कई बरसों तक चुप रही. लेकिन वर्ष 2017 में प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद विजय मिश्रा और दूसरे बाहुबलियों पर शिकंजा कसना शुरू हुआ तो पीड़िता में भी हिम्मत आई और उसने विजय मिश्रा, उसके बेटे और पोते के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया.
कोर्ट की ओर से दोषी करार
इस मामले की एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई शुरू की गई. कई तारीखों तक सुनवाई के बाद न्यायाधीश सुबोध सिंह ने शुक्रवार को फैसला सुनाते हुए विजय मिश्रा (Former MLA Vijay Mishra) को दोषी करार दिया. जबकि उसके बेटे और पोते को दोषमुक्त कर दिया गया. कोर्ट ने विजय मिश्रा की सजा पर सुनवाई के लिए शनिवार यानी 4 नवंबर की तारीख तय की है.
योगी सरकार आने के बाद दुर्दिन हुए शुरू
विजय मिश्रा (Former MLA Vijay Mishra) पर यूं तो दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. लेकिन उसके दबदबे और डर की वजह से कोई भी पीड़ित कभी खुलकर सामने खड़ा होने का साहस नहीं जुटा पाता था. हालांकि योगी सरकार आने के बाद उसकी सारी हेकड़ी ढीली होती चली गई, जब सरकार ने एक-एक करके उसके अवैध कामों को क्रैक डाउन करना शुरू कर दिया. यही वजह है कि पहली बार उसके खिलाफ किसी मामले में सजा होने जा रही है.