Elvish Yadav Case: बुरे फंसे एल्विश यादव! पुलिस ने बरामद किए 2 और कोबरा, वेयरहाउस से खुला राज
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Elvish Yadav Case: बुरे फंसे एल्विश यादव! पुलिस ने बरामद किए 2 और कोबरा, वेयरहाउस से खुला राज

Elvish Yadav Snake Smuggling: एल्विश यादव (Elvish Yadav) अब बुसे फंस चुके हैं. नोएडा पुलिस लगातार सबूत जुटाने में लगी हुई है. इस बीच, वेयरहाउस से दो और कोबरा सांप बरामद हुए हैं.

Elvish Yadav Case: बुरे फंसे एल्विश यादव! पुलिस ने बरामद किए 2 और कोबरा, वेयरहाउस से खुला राज

Elvish Yadav Rave Party: यूट्यूबर एल्विश यादव (Elvish Yadav) से जुड़े रेव पार्टी (Rave Party) के मामले में बड़ा अपडेट आया है. इसी केस में आरोपी राहुल यादव (Rahul Yadav) के वेयरहाउस से दो और कोबरा सांप बरामद हुए हैं. नोएडा पुलिस (Noida Police) ने ये दो कोबरा बरामद किए हैं. नोएडा पुलिस, रिमांड के दौरान आरोपी राहुल यादव को लेकर फरीदाबाद वाले वेयरहाउस लेकर पहुंची थी. जहां से कोबरा बरामद हुआ. नोएडा पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अब तक कुल 7 सांप बरामद किए जा चुके हैं. नोएडा पुलिस ने मेडिकल जांच के लिए सांपों को फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को सौंप दिया. 24 घंटे की पूछताछ के बाद राहुल यादव को फिर से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

पूछताछ में राहुल ने उगले राज

नोएडा पुलिस ने राहुल यादव को दोबारा रिमांड पर लिया था. राहुल यादव से गुरुवार दोपहर 12 बजे से पूछताछ शुरू हुई थी. 24 घंटे की इस रिमांड में राहुल यादव से एल्विश यादव और फाजिलपुरिया सहित लोकेशन और अन्य चीजों के बारे में पूछताछ की गई. इस दौरान राहुल ने कई अहम खुलासे किए.

डायरी में क्या-क्या मिला?

रिमांड में पूछताछ के दौरान राहुल यादव से नोएडा पुलिस को उसकी डायरी में मिले फोन नंबर, लोकेशन और मीडिएटर के बारे में जानकारी मिली. पुलिस पता लगा रही है कि क्या राहुल कभी उन मीडिएटर से मिला है? जिनके एक फोन पर रेव पार्टी में सांप और वेनम पहुंचाया जाता था.

क्या मीडिएटर से मिला था राहुल?

हालांकि, पूछताछ में राहुल यादव ने बताया है कि वो मीडिएटर को सिर्फ फोन के जरिए जानता है. उनसे कभी मिला नहीं है. फोन पर आर्डर और पेमेंट आ जाता था. इसके बाद बताई गई लोकेशन पर पहुंचकर वह पार्टी ज्वाइन करता था. पुलिस ने राहुल से उन फार्म हाउस की लिस्ट और तारीख भी ली, जिनमें वो पार्टी करने गया था.

कैसे होती थी डील?

इस बीच कुछ ऐसी सोशल नेटवर्किंग ऐप की जानकारी मिली जिनके जरिए डील होती थी. इसके अलावा फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारी भी पूछताछ कर रहे हैं. जिन ऐप के जरिए राहुल यादव मीडिएटर और अन्य लोगों से बातचीत करता था. वो ऐप गूगल प्ले स्टोर और अन्य नेटवर्किंग प्लेटफार्म पर आसानी से नहीं मिलते हैं. इसमें डेटा लीक होने का खतरा नहीं होता है. इस पर ट्रैफिक कम होता है.

सबूत क्या-क्या हैं?

गौरतलब है कि सांप स्मगलिंग और रेव पार्टी के मामले में एल्विश यादव के साथ अब फाजिलपुरिया का नाम भी जुड़ गया है. आरोपी राहुल यादव के घर से एक लाल डायरी मिली है, जिसमें संपेरों के नंबर, बुकिंग और पार्टी में शामिल लोगों के नाम हैं. साथ ही साथ एल्विश और फाजिलपुरिया के बीच मुलाकात की डिटेल भी है. डायरी में एल्विश यादव की नोएडा के फिल्म सिटी और छतरपुर के फार्म हाउस की पार्टी का भी जिक्र है. बता दें कि नोएडा पुलिस के स्टिंग ऑपरेशन के बाद इस केस का खुलासा हुआ था. एल्विश यादव पर रेव पार्टी कराने और सांपों की तस्करी का आरोप है.

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