Nawab Malik Son-in-law Death News: महाराष्ट्र में एनसीपी नेता नवाब मलिक के दामाद समीर खान की आज मौत हो गई. वे शनिवार को एक दुर्घटना में घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
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Nawab Malik Son-in-law Sameer Khan Death News: महाराष्ट्र में अगले कुछ दिनों में होने जा रहे असेंबली चुनाव से पहले एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता नवाब मलिक कुदरत ने जिंदगी का बड़ा दुख दे दिया. उनके दामाद समीर खान की आज अस्पताल में मौत हो गई. उनका शनिवार को एक्सिडेंट हो गया था, जिसके बाद उन्हें घायल हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. लेकिन वहां पर डॉक्टर उन्हें बचा न सके और आज उन्होंने दम तोड़ दिया.
अणुशक्ति नगर से चुनाव लड़ रहीं सना मलिक
एक्सिडेंट में मारे गए समीर नवाब मलिक की बेटी सना मलिक के पति थे. सना मलिक पहली बार एनसीपी (अजित पवार गुट) के टिकट पर मुंबई की अणुशक्ति नगर से चुनाव लड़ रही हैं. उनका मुकाबला एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता और एक्ट्रेस स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद से बताया जा रहा है. वहीं नवाब मलिक भी अजित पवार की पार्टी से मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से उम्मीदवार हैं. उनकी सीधी टक्कर सपा उम्मीदवार और पिछले 2 बार से लगातार विधायक अबु आसिम आजमी से माना जा रहा है.
ड्राइवर की गलती से दब गया गाड़ी का एक्सीलेटर
रिपोर्ट के मुताबिक नवाब मलिक की बेटी सना मलिक और दामाद समीर मंगलवार को रेग्युलर मेडिकल चेक अप के लिए मुंबई सेंट्रल के कुर्ला (पश्चिम) इलाके के क्रिटिकेयर अस्पताल गए थे. वहां से वापसी के वक्त जब समीर खान अपनी थार गाड़ी में बैठे थे. तभी उनके ड्राइवर अबुल मोहम्मद अंसारी का पैर अचानक एक्सीलेटर पर दब गया, जिससे वह सामने खड़ी बाइकों को रौंदते हुए दीवार से जा टकराई.
अस्पताल में आज तोड़ दिया दम
इस घटना में समीर खान के सिर में गहरी चोट आई. उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया. लेकिन सिर में लगे गहरे घावों की वजह से उन्हें बचाया नहीं जा सकता और आज उन्होंने दम तोड़ दिया. पुलिस ने इस मामले में ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज करके हिरासत में ले लिया है. इस मामले में आगे की जांच अभी जारी है.
राज्य में 20 नवंबर को होने जा रहे चुनाव
बता दें कि महाराष्ट्र असेंबली में कुल 288 सीटें हैं. वहां पर इस बार एक ही चरण में 20 नवंबर को वोट डाले जाने हैं. जबकि 23 नवंबर को झारखंड के साथ ही वोटों की गिनती करके नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे. इस बार के चुनावों में जीत हासिल करने के लिए महायुति और महाविकास आघाड़ी गठबंधन में कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है.