Joshimath के बाद कर्णप्रयाग में कई घरों में दरारें पड़ गईं हैं. ऐसे में प्रशासन ने कर्णप्रयाग के बहुगुणानगर को तुंरत खाली कराने का आदेश दिया है. प्रशासन ने बहुगुणा नगर के लोगों को तुंरत पास के रेन बसेरों में शिफ्ट होने का नोटिस जारी किया है, ताकि यहां भी किसी तरह की जनहानि न हो.
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Joshimath Sinking: उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ के बाद अभी कर्णप्रयाग पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. यहां भी घरों में दरारें आने के बाद प्रशासन ने बहुगुणा नगर को तुरंत खाली कराने का आदेश दिया है. दरअसल, चमोली जिले में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं. जोशीमठ के बाद कर्णप्रयाग में कई घरों में दरारें पड़ गईं हैं. ऐसे में प्रशासन ने कर्णप्रयाग के बहुगुणानगर को तुंरत खाली कराने का आदेश दिया है. प्रशासन ने बहुगुणा नगर के लोगों को तुंरत पास के रेन बसेरों में शिफ्ट होने का नोटिस जारी किया है, ताकि यहां भी किसी तरह की जनहानि न हो. आपको बता दें कि जोशीमठ से शुरू हुआ जमीन में दरार पड़ने का दायरा बढ़ता ही जा रहा है.
हालात ये हो गए हैं कि जोशीमठ के आसपास के इलाकों में भी इसी तरह की स्थिति बनी हुई है. कर्णप्रयाग में भी कई घरों में दरारें आ चुकी है. इन घरों में रहना खतरे से कम नहीं है. 11 जनवरी को प्रशासन ने कर्णप्रयाग में उन घरों का मुआयना किया था, जहां पर दरारें आई थी. इसके बाद ही प्रशासन ने बहुगुणा नगर में रह रहे लोगों को अस्थाई तौर पर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने का आदेश दिया.
इतना नहीं जोशीमठ में आर्मी कैंप इलाके में कुछ भवनों में दरारें आई है, जिसे बाद वहां रह रहे सेना के जवानों को भी सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. इसकी जानकारी खुद सेना की तरफ से दी गई है. वहीं, जोशीमठ में इस समय सबसे ज्यादा मुश्किल हालात मौसम ने बना रखा है, क्योंकि गुरुवार शाम से जोशीमठ और आसपास के इलाकों में बारिश हो रही है.
वहीं आज 12 जनवरी को जोशीमठ में दरारे आने के बाद जो भवन रहने लायक नहीं बचे हैं, उन्हें गिराने का काम शुरू हो गया है. पहले चरण में जोशीमठ के दो बड़े होटलों को तोड़ा जा रहा है. इसके बाद अन्य घरों को तोड़ा जाएगा.
(इनपुट-एजेंसी)
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