बिहार में पहली हुआ OCR का प्रयोग, जानिए क्यों है ये तकनीक खास
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बिहार में पहली हुआ OCR का प्रयोग, जानिए क्यों है ये तकनीक खास

देश में पहली बार ओसीआर तकनीक (OCR technology) के जरिए चुनाव परिणाम सामने आएं हैं. बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव में औरंगाबाद में इस तकनीक का उपयोग किया गया और यह प्रयोग सफल रहा.

बिहार में पहली हुआ OCR का प्रयोग (फाइल फोटो)

Patna: देश में पहली बार ओसीआर तकनीक (OCR technology) के जरिए चुनाव परिणाम सामने आएं हैं. बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव में औरंगाबाद में इस तकनीक का उपयोग किया गया और यह प्रयोग सफल रहा. विश्व में यह पहला ऐसा मामला है, जब ओसीआर तकनीक के जरिए चुनाव परिणाम की सफल गणना की गई है. पंचायत चुनाव में नई तकनीक के प्रयोग को लेकर गुजरात से गुजरात राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त संजय प्रसाद भी इसे देखने रविवार को पटना पहुंचे थे.

गौरतलब है कि विश्व में पहली बार चुनाव परिणाम ओसीआर यानी ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन तकनीक (optical character recognition technology) के जरिए बिहार में जारी किया गया है. आधुनिक ऑटो टेबुलेशन की मदद से बेहद कम समय में चुनाव परिणाम की घोषणा कर दी गई है.  

आयोग ने इस नई तकनीक के जरिए तीसरे चरण की मतगणना के दौरान सबसे पहले औरंगाबाद जिले के नतीजे को टेबुलेशन प्रणाली से तुरंत घोषित करने में कामयाबी मिली. इसको लेकर आयोग में सारे लोग बेहद खुश नजर आये.  बता दें कि 6 में 4 सीटों के लिए ईवीएम का उपयोग किया जा रहा है.

जानिए क्या है ये तकनीक

ओसीआर तकनीकी आनी ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन तकनीक से ऑटो टेबुलेशन के जरिए पीडीएफ फाइल तैयार किया जाता है. इस तकनीक से जो मतगणना होती है, उसके सबूत भी उपलब्ध होते हैं. इस तकनीक को और ज्यादा उपयोग करने को लेकर आयोग उत्साहित है और आगे आने वाले दिनों में इसके जरिए बहुत जल्द चुनाव परिणाम की घोषणा हो पाएगी. इस तकनीक के जरिए कहीं किसी तरह की गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं होती है. साथ ही इसमें किसी व्यक्ति की हिस्सेदारी भी मतगणना में नहीं होती ऐसे में निष्पक्ष और त्वरित मतगणना इसके जरिए संभव हो पाता है. 

 

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