Haryana Nuh Violence News: गुरुग्राम के खांडसा रोड के पटौदी चौक पर कई मांस की दुकानों, कबाड़ की दुकानों और फर्नीचर मरम्मत की दुकानों पर हमला किया गया, जबकि सेक्टर-70 में कई झोपड़ियों में आग लगा दी गई. हालांकि, अग्निशमन अधिकारियों ने दावा किया कि किसी भी घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
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Haryana Nuh Violence Video: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा का असर अब दूसरे जिलों में भी देखने को मिल रहा है. नूंह से शुरू हुई हिंसा की आग अब गुरुग्राम के भी कई इलाकों में देखने को मिल रही है. गुरुग्राम में मंगलवार (01 अगस्त) को भी हिंसा देखने को मिली. यहां के खांडसा रोड के पटौदी चौक पर कई मांस की दुकानों, कबाड़ की दुकानों और फर्नीचर मरम्मत की दुकानों पर हमला किया गया, जबकि सेक्टर-70 में कई झोपड़ियों में आग लगा दी गई. हालांकि, अग्निशमन अधिकारियों ने दावा किया कि किसी भी घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
इससे पहले मंगलवार को बादशाहपुर इलाके में लोगों के एक समूह ने कम से कम चार भोजनालयों और कबाड़ की दुकानों में आग लगा दी थी. उपद्रवी अलग-अलग गाड़ियों से आए थे. बताया जा रहा है कि तकरीबन 200 लोग अपने साथ बोतलों में पेट्रोल लेकर आए थे और उन्होंने इलाके की दुकानों में आग लगा दी थी. सांप्रदायिक हिंसा की इस आग से पलवल भी अछूता नहीं रहा. यहां 25-30 से अधिक झुग्गियों में आग लगा दी गई है.
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वहीं पुलिस ने कहा कि गुरुग्राम के सेक्टर 57 इलाके में एक 26 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई और एक धार्मिक स्थल को आग लगा दी गई है. पुलिस ने कहा कि ये नूंह जिले में हुई हिंसा के कारण हुआ है. ताजा घटना के बाद गुरुग्राम पुलिस ने जनता से शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति को बाधित न करने की अपील की है. एसीपी (अपराध) वरुण दहिया ने कहा कि गुरुग्राम में हिंसा की सूचना के बीच पूरे गुरुग्राम में प्रमुख स्थानों पर कई पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. लोग किसी भी हिंसा के बारे में 112 नंबर डायल करके गुरुग्राम पुलिस को सूचित कर सकते हैं.
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बता दें कि नूंह जिले में विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से सोमवार (31 जुलाई) को ‘बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा’ निकाली जा रही थी. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस यात्रा को रोकने के लिए पत्थरबाजी और आगजनी की. जुलूस पर फायरिंग भी की गई, जिसमें कई लोग घायल हुए और 2 पुलिसकर्मियों की मौत भी हो गई. लगभग 2,500 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने भागकर एक शिव मंदिर में शरण ली. उपद्रवियों ने मंदिर में भी आग लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के चलते वो कामयाब नहीं हो सके. अब इसी हिंसा का असर हरियाणा के कई जिलों में देखने को मिल रहा है.