झारखंड के गोड्डा जिले में तिरंगा का अपमान का मामला सामने आया है! यहां पर एक सरकारी स्कूल में झंडोत्तोलन के बाद शिक्षक तिरंगा उतारना भूल गए. इसके बाद जब स्थानीय लोगों ने रात में तिरंगा को देखा को हस्तक्षेप किया, जिसके बाद देर रात उत्क्रमित मध्य विद्यालय दियारा के सरकारी स्कूल में तिरंगा उतारा गया.
दरअसल, गोड्डा में गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडे को लेकर एक बड़ी चूक सामने आया है. मामला गोड्डा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय दियारा का है. यहां तो पूरे तामझाम के साथ झंडोत्तोलन तो किया गया, लेकिन सूर्यास्त के पहले उसे उतारा ही नहीं गया.
नेपुरा पंचायत के पूर्व उप मुखिया अवधेश सिंह सूचना पाकर पहुंचे. उनके हस्तक्षेप के बाद रात दस बजे के करीब विद्यालय के अध्यक्ष पहुंचे और वीडियो बनाने से भी मना करने लगे.
खैर, देर रात झंडे को उतार लिया गया है. हालांकि, खबर लिखने तक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका से संपर्क नहीं हो पाया है.
ध्यान दें कि तिरंगा राष्ट्रीय सम्मान का प्रतीक है. तिरंगा फहराने से लेकर उतारने तक के लिए नियम बनाए गए हैं. राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने पर सजा का भी प्रावधान है.
जब भी तिरंगा झंडोत्तोलन या फहराया तो हमेशा सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले फहराने का नियम है. साथ ही तिरंगा को जमीन पर कभी भी नहीं रखना चाहिए. अगर ऐसी गलती होती है तो ऐसा करना राष्ट्रीय ध्वज का अपमान माना जाता है.
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