Annapurna Devi Profile: 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अन्नपूर्णा देवी राजद छोड़कर बीजेपी में आई थीं. राजद में रहते हुए वह लालू यादव की करीबी नेताओं में से एक हुआ करती थीं. बीजेपी में आने पर उनको संगठन और सरकार दोनों में बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं.
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Annapurna Devi Profile: नरेंद्र मोदी आज (रविवार, 9 जून) को अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने जा रहे हैं. शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में शाम 7:15 बजे शुरू होगा. नरेंद्र मोदी के साथ उनके मंत्री भी शपथ ले सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक अब तक राजनाथ सिंह से लेकर जीतन राम मांझी, एचडी कुमारस्वामी, चिराग पासवान, जयंत चौधरी और अनुप्रिया पटेल के पास भी फोन पहुंच चुका है. आइए आपको बताते हैं कि अब तक कितने सांसदों के पास मंत्री पद की शपथ के लिए फोन गया है. सूत्रों के अनुसार, झारखंड के कोडरमा से बीजेपी सांसद अन्नपूर्णा देवी का भी मंत्री बन सकती हैं. वह पहले भी मोदी कैबिनेट का हिस्सा थीं.
सांसद के रूप में यह उनका दूसरा कार्यकाल है और वह लगातार दूसरी बार केंद्रीय मंत्री बनेंगी. बता दें कि वह 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजद छोड़कर बीजेपी में आई थीं. राजद में रहते हुए वह लालू यादव की करीबी नेताओं में से एक हुआ करती थीं. बीजेपी में आने पर उनको संगठन और सरकार दोनों में बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. 2019 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें पहले झारखंड प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया था. उसके बाद उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और हरियाणा का सह प्रभारी भी बनाया गया था. वह झारखंड और बिहार से 4 बार विधायक भी रह चुकी हैं. उन्होंने झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया है. सिंचाई, महिला एवं बाल कल्याण जैसे विभागों की मंत्री रही हैं.
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उन्होंने रांची विश्वविद्यालय से इतिहास में एमए किया है. अन्नपूर्णा देवी ने रमेश प्रसाद यादव से विवाह किया था. वर्ष 1998 में अपने पति एकीकृत बिहार में मंत्री रहे रमेश प्रसाद यादव के निधन के बाद वर्ष 1999 में विधानसभा का उप चुनाव लड़कर पहली बार विधायक बनीं. एक वर्ष बाद ही वह विधानसभा के चुनाव में पुनः दूसरी बार जीतकर बिहार सरकार में खान एवं भूतत्व राज्य मंत्री बनीं. 15 नवंबर 2000 को झारखंड अलग राज्य बनने के बाद सूबे में भाजपा की सरकार बनने के बाद अन्नपूर्णा देवी सत्ता से अलग होकर केवल विधायक बन कर रह गईं. इसके बाद 2005 एवं 2009 का विधानसभा चुनाव जीती. वर्ष 2013 में सूबे की हेमंत सोरेन सरकार में जल संसाधन मंत्री बनीं. फिर 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा.